मतदाता सूची में केवल भारतीय नागरिक ही हों, शुद्धिकरण जरूरी – सीईसी ज्ञानेश कुमार

KK Sagar
4 Min Read

मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण पर जोर देते हुए कहा है कि मतदाता सूची में केवल भारतीय नागरिकों के नाम ही होने चाहिए। रविवार को हैदराबाद में तेलंगाना के बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और पूरी दुनिया भारतीय चुनाव प्रक्रिया को बारीकी से देखती है, ताकि यह समझा जा सके कि इतना विशाल लोकतंत्र कैसे कार्य करता है।

तेलंगाना की एसआईआर बनेगी राष्ट्रीय आदर्श

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि तेलंगाना में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) की प्रक्रिया जल्द ही पूरे देश के लिए एक आदर्श बनेगी। उन्होंने बताया कि एसआईआर के अगले चरण में तेलंगाना को शामिल किया जाएगा। इस संदर्भ में बिहार में हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुई एसआईआर प्रक्रिया को एक मिसाल के रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।

बीएलओ चुनावी व्यवस्था की रीढ़

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बीएलओ को भारतीय चुनावी प्रणाली की रीढ़ बताते हुए कहा कि मतदाता सूची के शुद्धिकरण की सफलता उनकी निष्ठा, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत पर निर्भर करती है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में हुई विशाल एसआईआर प्रक्रिया पूरी तरह त्रुटिरहित रही।

बिहार मॉडल की सराहना

ज्ञानेश कुमार ने बताया कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में लगभग 75 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान एक भी शिकायत दर्ज नहीं हुई। न तो पुनर्मतदान की जरूरत पड़ी और न ही मतगणना में कोई बाधा आई। उन्होंने इस सफलता के लिए बिहार के बीएलओ की सराहना की।

शहरी क्षेत्रों में मतदान कम होने का कारण उदासीनता

बीएलओ के साथ संवाद के दौरान सीईसी ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में कम मतदान का मुख्य कारण शहरी मतदाताओं की उदासीनता है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता उत्साहपूर्वक कतारों में खड़े होकर मतदान कर रहे हैं और देश के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।

कानून के अनुसार ही होते हैं भारत में चुनाव

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट किया कि भारत में चुनाव पूरी तरह देश के कानूनों के अनुसार कराए जाते हैं और सभी को चुनावी कानूनों का सख्ती से पालन करना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख मजबूत

उन्होंने कहा कि भारत वर्ष 1995 में अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनावी सहायता संस्थान (आईडीईए) का सदस्य बना था और तीन दशक बाद उसी संस्था का अध्यक्ष बनना इस बात का प्रमाण है कि भारत का चुनाव आयोग विश्व के सबसे भरोसेमंद चुनाव प्रबंधन निकायों में से एक बन चुका है।

हैदराबाद और श्रीसेलम दौरा

उल्लेखनीय है कि सीईसी ज्ञानेश कुमार शुक्रवार को हैदराबाद पहुंचे थे। हैदराबाद हवाई अड्डे पर उनका स्वागत तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. सुदर्शन रेड्डी और वरिष्ठ चुनाव अधिकारियों ने किया। तीन दिवसीय प्रवास के दौरान उन्होंने रविंद्र भारती ऑडिटोरियम में तेलंगाना के बीएलओ के साथ संवाद किया और कई आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने कुछ ऐतिहासिक और सार्वजनिक स्थलों का दौरा किया।

इसके साथ ही सीईसी श्रीसेलम भी गए, जहां उनका दौरा पूरी तरह धार्मिक था और इसमें कोई आधिकारिक या प्रशासनिक कार्यक्रम शामिल नहीं था।

Share This Article
उत्कृष्ट, निष्पक्ष, पारदर्शिता और ईमानदारी - पत्रकारिता की पहचान है k k sagar....✍️....