पटना में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है। यहां चाय की दुकान की आड़ में नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार किया जा रहा था। जिले के मनेर थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक साधारण सी चाय की दुकान के पीछे छिपे खतरनाक नशे के नेटवर्क का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है।

मनेर थाना क्षेत्र के हॉस्पिटल मोड़ के पास चाय बेचने वाला यह परिवार बाहर से जितना साधारण दिखता था, अंदर से उतना ही शातिर निकला। चाय की दुकान की आड़ में स्मैक, चरस और गांजे का संगठित कारोबार चलाया जा रहा था, जिसके तार नेपाल समेत कई राज्यों से जुड़े पाए गए हैं। पटना पुलिस की सटीक प्लानिंग और फिल्मी अंदाज की कार्रवाई के बाद इस पूरे नेक्सस पर से पर्दा उठा है।
मुख्य आरोपी सहित 6 गिरफ्तार
पटना पुलिस और मनेर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस पूरे सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी लंबे समय से कानून की नजरों से बचने के लिए चाय की दुकान की आड़ ले रहे थे, जबकि असल में वे नेपाल बॉर्डर के रास्ते ड्रग्स मंगाकर बिहार के विभिन्न इलाकों में सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने इस कार्रवाई में मुख्य आरोपी शिवम और पीयूष सहित परिवार के छह सदस्यों को दबोच लिया है।
करोड़ों के अवैध कारोबार का खुलासा
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस वार्ता कर इस अवैध कारोबार नेटवर्क का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि इस बात की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर छापेमारी करते हुए पुलिस ने इस अवैध कारोबार के नेटवर्क का खुलासा कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
भारी मात्रा में नशीला पदार्थ बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में नशीला पदार्थ बरामद किया गया। इसमें 545 ग्राम स्मैक और 558 ग्राम चरस शामिल है। इसके साथ ही आरोपियों के पास से करीब 12 लाख रुपये नकद, 413 ग्राम चांदी और 24 ग्राम सोने के जेवर जब्त किए हैं। इसके अलावा तस्करों के पास से कई महंगी कारें और मोटरसाइकिलें भी मिली हैं। पुलिस अब इन तस्करों द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर रही है।
नेपाल तक फैला था नेटवर्क
जांच में सामने आया है कि इस ड्रग्स रैकेट का नेटवर्क नेपाल तक फैला हुआ है। आरोपी बाहर से नशीला माल मंगवाते थे और फिर उसे छोटी-छोटी पुड़ियों में बांटकर बेचते थे। हैरानी की बात यह है कि इस अवैध कारोबार में पूरा परिवार शामिल था और घर से ही ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी।

