डिजिटल डेस्क। रांची: महाराणा प्रताप चौक स्थित ‘मित्तल इंटरप्राइजेज’ में सोमवार को हुई भीषण आगजनी ने शहर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। शॉर्ट सर्किट से भड़की इस आग ने न केवल दर्जनों नई मोटरसाइकिलों को राख कर दिया, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि अग्निशमन पुख्ता न होने के कारण एक छोटी सी चिंगारी कैसे भारी तबाही ला सकती है।
फायर ऑडिट पर सवाल: बिना तैयारी के चल रहा था शोरूम?
दमकल विभाग की टीम को आग बुझाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी, जिसका मुख्य कारण शोरूम में धुआं निकलने के रास्तों की कमी और अग्निशमन उपकरणों का अभाव था। अधिकारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि शोरूम में आग से निपटने के मानक इंतजाम होते, तो नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता था।
धुएं के काले गुबार में सिमटी शहर की सुरक्षा
सोमवार सुबह जब व्यस्ततम महाराणा प्रताप चौक धुएं के गुबार से घिर गया, तो स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शोरूम के ऊपरी तल पर आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया, लेकिन तब तक लाखों की संपत्ति राख हो चुकी थी।
नई गाड़ियां और एक्सेसरीज जलकर खाक
शोरूम संचालक के अनुसार, सबसे अधिक क्षति ऊपरी मंजिल पर हुई है जहां नई मोटरसाइकिलें रखी गई थीं। स्टॉक में मौजूद कीमती एक्सेसरीज और शोरूम का फर्नीचर भी पूरी तरह जल गया है। हालांकि नुकसान का आधिकारिक आंकलन अभी जारी है, लेकिन क्षति का आंकड़ा लाखों पार जाने की उम्मीद है।

