डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: टाटा मेन हॉस्पिटल ने मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा के लिए डिजिटल क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब अस्पताल में भर्ती मरीजों के बिल भुगतान के लिए परिजनों को बार-बार कैश काउंटर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। टीएमएच प्रबंधन ने ‘कहीं से भी ऑनलाइन पेमेंट’ की नई व्यवस्था शुरू की है।
दुनिया के किसी भी कोने से हो सकेगा भुगतान
इस नए सिस्टम के जरिए अब मरीज के परिजन दुनिया के किसी भी कोने से अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप के माध्यम से बिल जमा कर सकेंगे। अस्पताल प्रबंधन का मानना है कि यह सुविधा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक नया बेंचमार्क स्थापित करेगी। संभवतः पूरे भारत में अपनी तरह की यह पहली और पूर्वी भारत में निश्चित रूप से पहली ऐसी पहल है, जो तकनीक और स्वास्थ्य सेवा के बीच तालमेल का सटीक उदाहरण है।
कैसे काम करेगी यह सुविधा?
वार्डों में QR कोड: अस्पताल के सभी वार्डों में क्यूआर कोड स्टैंड लगाए जा रहे हैं।
स्कैन और पे: मरीज का अटेंडेंट या दूर बैठा कोई भी रिश्तेदार सिर्फ इस कोड को स्कैन करके तुरंत भुगतान कर सकेगा।
सरल प्रक्रिया: भुगतान की प्रक्रिया को बेहद सरल रखा गया है ताकि कोई भी इसका आसानी से उपयोग कर सके।
कैश काउंटर की लंबी कतारों से मिलेगी मुक्ति
पहले मरीजों के परिजनों को पैसा जमा करने के लिए वार्ड और कैश काउंटर के बीच बार-बार दौड़ना पड़ता था, जिससे काफी समय बर्बाद होता था और भीड़ भी बढ़ती थी।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ‘इस डिजिटल पहल से न केवल मरीजों के परिजनों को राहत मिलेगी, बल्कि अस्पताल की ऑपरेशनल एफिशिएंसी (कार्यक्षमता) में भी सुधार होगा।’ अस्पताल परिसर में इस नई व्यवस्था और इसके ‘स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर’ (SOP) की जानकारी देने के लिए जगह-जगह बोर्ड भी लगाए गए हैं।

