जमशेदपुर : आज जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत राज्यकृत जुगसलाई कन्या उच्च विद्यालय परिसर में क्लाइमेट चेंज एंड सेस्टनेबिलिटी थीम पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मौसम परिवर्तन के कारकों व उसमे मानवों की भूमिका की विस्तृत जानकारी दी गई। पूरा विश्व प्राकृतिक आपदा जैसे सूखा, बाढ़, अम्ल वर्षा, ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रहे है, इसका एक मात्र कारण मानव द्वारा फैलाए गए प्रदूषण व संसाधनो का अति दुरुपयोग है।

कार्यक्रम में सिंगल यूज प्लास्टिक की जगह कपड़े, जुट या कागज के थैला को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरित किया गया। थार्मोकोल व प्लास्टिक से बने थाली व प्लेट में भोजन करने से कैंसर जैसी विविध असाध्य बिमारियों के होने की प्रबल संभावना रहती हैं। इसलिए इसके स्थान पर साल आदि के पत्तों से निर्मित पत्तल या प्लेट का उपयोग करने की जानकारी दी गई।

सार्वजानिक स्थलो पार्क, प्ले ग्राउंड, पिकनिक स्पॉट, चौक चौराहे पर थार्मोकोल या प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे, तो फर्क पड़ेगा की जानकारी दी गई। गीला कूड़ा, सूखा कूड़ा, घरेलू खतरनाक, सैनिटरी वेस्ट, ई वेस्ट व कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेशन वेस्ट को अलग अलग संग्रहित करने, कूड़े को किसी भी दशा में नदी, नाला, नाली, सड़क अथवा खुले स्थान में नही फेंकने, नही जलाने व पर्यावरण संरक्षण व संतुलन के लिये अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने की अपील की गई। जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, मृदा प्रदूषण व ध्वनि प्रदूषण के कारकों व उसकी रोकथाम की विस्तृत जानकारी दी गई। मौके पर नगर परिषद कार्यालय के नगर प्रबंधक राजेन्द्र कुमार, लुकेश कुमार सिंह व पर्यवेक्षक सहेंद्र सिंह, मो हसीन खान, राजू मुखी, विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाएं समेत छात्राएं मौजूद थी।

