मिरर मीडिया : गोल्फ ग्राउंड में प्रवेश शुल्क में लगने वाले मंथली पास में निगम ने थोड़ी रियायत दी है 300 के बदले अब मंथली पास ₹100 लगेंगे, लेकिन सुबह और शाम में जो प्रवेश शुल्क लगते थे यानी कि ₹15 में किसी प्रकार की कोई रियायत नहीं दी गई है। गोल्फ ग्राउंड पार्क में उपस्थित कर्मियों ने बताया कि इस संबंध में किसी प्रकार के कोई आदेश अभी नही मिले हैं लिहाजा जो शुल्क लिए जा रहे थे वह लिए जा रहे हैं।
सुबह की सैर करने वालों के विरोध प्रदर्शन के साथ विधायक की भी गुहार काम नही आयी। जबकि विधायक ने नगर आयुक्त से मंथली पास में रियायत एवं मॉर्निंग वॉकर्स के लिए 2 घंटे रियायत की मांग की गई थी जिसमे केवल मंथली पास की दर 300 से घटाकर 100 रुपये का आदेश जारी कर दिया गया है। हालांकि मंथली पास बनवाने के बावजूद लोगों को बहुत अधिक लाभ नहीं मिलने वाला। इसमें भी नगर निगम ने यह नियम लगा दिया है कि मंथली पास सुबह पांच से आठ बजे तक ही मान्य होगा। इसके बाद मासिक पास अवैध माना जाएगा। इसके बाद सभी को टिकट लेना होगा। गोल्फ ग्राउंड की टिकट की दर 15 रुपये प्रति व्यक्ति है। यह छह वर्ष से अधिक उम्र के लिए मान्य होगा। पांच वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रवेश निश्शुल्क होगा।
बता दें कि गोल्फ ग्राउंड में मार्निंग वाकर्स से भी प्रवेश शुल्क लेने के मामले ने तूल पकड़ लिया था। धनबाद के लोगो ने एवं व्यापारी वर्ग ने इसका कड़ा विरोध किया था लोगों का कहना था कि होल्डिंग टैक्स ,यूजर टैक्स दे रहे हैं उसके बाद सांस लेने पर भी निगम द्वारा पैसे लेना कहीं से उचित नहीं है इस मुद्दे को लेकर धनबाद विधायक राज सिन्हा ने भी नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार से मुलाकात कर रियायत की मांग की थीं। नगर आयुक्त ने विधायक को आश्वासन भी दिया था हालांकि उनका कहना था कि जब आपको सुविधाएं दी जाती हैं तो उसका चार्ज लगाना भी जरूरी है। हाउसिंग काॅलोनी, नेहरू करकेंद पार्क, लिलौरी स्थान और राजेंद्र सरोवर में प्रवेश निश्शुल्क है। गोल्फ ग्राउंड इससे अलग है। यहां कई सुविधाएं दी जा रही हैं। पार्क जनता का है, यहां के लोगों ने ही कहा था कि मेंटनेंस के लिए शुल्क ले सकते हैं। इसी वजह से नॉमिनल चार्ज लोगों से वसूला जा रहा है।
बहरहाल प्रवेश शुल्क में किसी प्रकार की अभी तक कोई रियायत के आदेश नहीं दिए गए हैं एवं सुबह और शाम दोनों समय प्रवेश शुल्क लिए जा रहे हैं। अब लगातार उठ रहे विरोध के बाद क्या आदेश आते हैं और क्या निर्णय लिए जाते हैं यह देखने वाली बात होगी