मिरर मीडिया : जिले में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह का भूली ओपी की पुलिस ने ख़ुलासा किया है। ये गिरोह प्रिंस खान गिरोह का सक्रिय सदस्य को हथियार सप्लाई करने वाला भी है। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए मंगलवार को दो लोगों को जेल भेज दिया गया है।
गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा गया जामाडोबा निवासी आरोपित जियाउद्दीन अंसारी उर्फ पिंकू उक्त ओपी क्षेत्र के भारत चौक, पांडरपाला में धूम्रपान करते हुए पकड़ाया जिसके साथ तलाशी में पिस्टल और चार गोली मिली। यहां वह आरा मोड़, गुलजारबाग निवासी अरशद उर्फ पच्चू को पिस्टल बेचने आया था। पूछताछ में जियाउद्दीन अंसारी ने पुलिस को बताया कि दोनों के बीच 25 हजार रुपये में पिस्टल का सौदा तय हुआ था।
वहीं पुलिस के अनुसार, हथियार खरीदने के आरोप में पकड़ा गया अरशद प्रिंस खान गिरोह का सक्रिय सदस्य है। किसी वारदात को अंजाम देने के लिए वह जियाउद्दीन अंसारी से पिस्टल और गोली खरीद रहा था। यहाँ बता दें कि प्रिंस खान के नाम पर रंगदारी मांगने के मामले में अरशद के खिलाफ पहले से मुकदमा दर्ज है।
पूछताछ में जियाउद्दीन अंसारी ने पुलिस को बताया कि वह एक निजी कंपनी में पाइप लाइन का काम करता है। बताया कि जामाडोबा में रहने वाले दीवान सेनगुप्ता उर्फ धीमन से उसने यह पिस्टल बेचने के लिए लिया था। बीच में उसे कमीशन मिलना था। दर्ज एफआइआर के अनुसार, दीवान सेनगुप्ता अमन सिंह गिरोह का सदस्य है और हथियारों की खरीद बिक्री का काम करता है। सुदामडीह के मधु सिंह पर फायरिंग करने के आरोप में वह जेल भी जा चुका है। इस मामले में पुलिस ने जियाउद्दीन और अरशद के अलावा दीवान सेनगुप्ता के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है।
गौरतलब है कि रंगदारी मांगने व आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बंद प्रिंस खान गिरोह का सदस्य अरशद चार महीने पहले ही बाहर आया था। जेल में रहते हुए उसने प्रिंस खान को सहयोग किया था।