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कोयले की कमी के कारण हार्डकोक उद्योग का अस्तित्व खतरे में : इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के 89वाँ वार्षिक सम्मेलन में बोले अध्यक्ष

मिरर मीडिया : धनबाद में कभी हार्डकोक उद्योग उफान पर रहता था मगर आज कोयला नहीं मिलने के कारण कई उद्योग बंदी के कगार पर आ गए है। यह बातें इंडस्ट्रीज एंड कामर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने शुक्रवार को इंडस्ट्रीज एंड कामर्स एसोसिएशन का 89वां वार्षिक सम्मेलन में कही। उन्होंने बीसीसीएल व इसीएल के द्वारा हार्डकोक उद्योग को कोयला नहीं देने के कारण हो रही समस्या को उठाया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान बीएन सिंह के अलावा इंडस्ट्री एंड कॉमर्स के अन्य सदस्य मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि बीसीसीएल इसीएल के रवैये से धनबाद के हार्डकोक उद्योग भी बेजार हो गए हैं। ना ही उन्हें कोयला मिल रहा है और ना ही हार्ड कोक बेचने के लिए बाजार। कोरोना की वजह से पिछले दो वर्षों में कई हार्डकोक उद्योग पर ताला लटक गया है। जिसके कारण तीन हजार मजदूरों का रोजगार छीन गया।

हार्डकोक इंडस्ट्रीज को धनबाद में लिंकेज के जरीए हर माह तीन लाख टन कोयला बीसीसीएल को देना है मगर मात्र एक लाख टन कोयला ही हार्डकोक इंडस्ट्रीज को मिल रहा है। कोयला मिलने के बाद यह लोग आपस में इसे बांट लेते है जिसके बाद इनकी इंडस्ट्रीज चलती है। कोयले की कमी होने के कारण कई बार हार्डकोक इंडस्ट्रीज को दूसरे देशों से कोयला मंगाना पड़ता है जो काफी मंहगा होता है।

Uday Kumar Pandey
Uday Kumar Pandeyhttps://mirrormedia.co.in
मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।

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