मिरर मीडिया : ट्रेन से सफर करते हुए अगर धनबाद से मधुपुर जाना हो तो एक ही रास्ता है। वाया बराकर होते हुए चित्तरंजन, जामताड़ा व विद्यासागर। वहीं धनबाद से मधुपुर की इस रुट में दूरी 119 किमी पड़ती है। जबकि यात्रा करने में 2 घंटे 40 मिनट का समय लगता है। वहीं गिरिडीह के लिए भी एक मात्र मधुपुर ही रास्ता है। पर अब आपको दूरी भी कम लगेगी और समय की भी बचत होगी। यानी रेलवे ने मधुपुर से धनबाद तक नई रेल लाइन बिछाने की योजना को मंजूरी दे दी है। नई रेल लाइन देवघर जिले के मरगोमुंडा होकर मधुपुर से धनबाद तक बिछेगी।
आपको बता दें कि रेलवे ने पावर काॅरिडोर के रूप में झारखंड में पांच नई लाइन बिछाने की तैयारी की है। मधुपुर-धनबाद रेल लाइन इसी परियोजना का हिस्सा है। धनबाद से गिरिडीह के लिए प्रस्तावित 50 किमी नई रेल लाइन का 20 किमी का हिस्सा धनबाद संसदीय क्षेत्र में है। इसके लिए 300 करोड़ स्वीकृत भी है। हालांकि अब तक योजना को गति नहीं मिली है। अब गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की ओर से रेल मंत्रालय से प्रगति की जानकारी मांगे जाने से योजना को गति मिलने की उम्मीद जगी है।
बता दें कि नई लाइन बिछ जाने से यह दूरी घट कर मात्र 50 किमी की होगी। वहीं पारसनाथ-गिरिडीह-मधुबन तक 49 किलोमीटर लंबी लाइन को भी मंजूरी मिली है। हालांकि परियोजना का शिलान्यास तकरीबन चार साल पहले गिरिडीह के पूर्व सांसद रवींद्र पांडेय ने किया था। 49 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के बीच स्टेशन और हाॅल्ट भी निर्धारित किए जा चुके हैं। अब रेलवे ने राज्य की पांच नई रेल लाइनों के साथ इस प्रोजेक्ट को भी गति देने की तैयारी शुरू की है। रेल लाइन बिछ कर तैयार हो जाने से देशभर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को मधुबन तक पहुंचने की सीधी ट्रेन मिल सकेगी। अभी बड़े शहरों से आनेवाले यात्री पारसनाथ स्टेशन पर उतर कर मधुबन की यात्रा सड़क मार्ग से पूरी करते हैं।

