मिरर मीडिया : चीन बेदम दिख रहा है हर तरफ कोविड का शोर मचा हुआ है तो यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी की क्या फिर से कोरोना का दौर लौटने वाला है। कोरोनावायरस के कारण मास्क और सोशल डिस्टेंशिंग का दौर आज फिर लौट आया है। आपको बता दें कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक रिव्यू मीटिंग की थी। हालांकि भारत बेहतर स्थिति में है। हमारे देश में कोरोना से घबराने जैसे हालात नहीं हैं लेकिन सावधानी जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिए गए हाईलेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री ने हॉस्पिटल बेड्स, ऑक्सीजन सप्लाई और वेंटिलेटर्स के बारे में जानकारी ली। देश भर में वैक्सीनेशन की रफ्तार क्या है, कितने लोगों ने बूस्टर डोज ले ली है इन सब सवालों पर प्रधानमंत्री को डिटेल में प्रेजेन्टेशन दी गई। पीएम की इस वर्चुअल मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया, हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, नीति आयोग के CEO परमेश्वरन अय्यर और नीति आयोग के मेंबर हेल्थ, डॉक्टर वी के पॉल शामिल हुए।
वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने अधिकारियों से किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने को लेकर आगाह किया और कोरोना मामलों की कड़ी निगरानी की सलाह दी। पीएमओ के मुताबिक मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चल रहे निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के मामले में तैयारी उच्च स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे से संबंधित कोविड विशिष्ट सुविधाओं का लेखाजोखा करने की सलाह दी।