भाजपा ने कहा सत्ता पक्ष के विधायको की नही सुन रही है सरकार
मिरर मीडिया : झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है और आखिरी दिन में सदन के बाहर प्रदर्शन का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। अमूमन सदन के बाहर विपक्ष के द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए देखा जाता है, लेकिन आज सत्र के अंतिम दिन विपक्ष जहां विभिन्न मुद्दों को लेकर हेमंत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी वही कई मांगों को लेकर सत्ता पक्ष के विधायक भी सदन के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना पर बैठे नजर आए।सत्ता पक्ष जेएमएम के विधायक बैजनाथ राम बालूमाथ में अस्पताल के जीर्णोधार के मुद्दे पर धरना पर बैठे वही कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडे ने जल सहिया के मानदेय वृद्धि का मुद्दा को लेकर आवाज बुलंद की।

वही वही शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्य में बढ़ते महिलाओं के प्रति अत्याचार राज्य में व्यापक भ्रष्टाचार और विकास से जुड़े हुए कई अहम मुद्दों को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया।मौके पर भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जनता की हक की आवाज को सदन में उठाना विपक्ष का काम है और इसमें कहीं से गलत नहीं है।

झारखंड में आज एक ही परिवार लगातार विकास कर रहा है वहीं सरकार की गलत नीतियों के कारण झारखंड की जनता गर्त में जा रही है वहीं भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सत्ता पक्ष के विधायक को मजबूरन अपनी सरकार तक बात पहुंचाने के लिए धरना का सहारा लेना पड़ रहा है, ऐसे में समझा जा सकता है कि सरकार की नियत क्या है ,वही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से युवाओं को सूअर पालन, अंडा और मछली बेचने जैसे सुझाव दे रहे हैं ऐसा ना हो कि जनता जाग जाए और आने वाले दिनों में इन माननीयों को अंडा बेचने के लिए भी राज्य में ठेला लगाने का जगह नहीं मिले।