मिरर मीडिया : झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत झारखंड पुलिस के निरंतर प्रयास से कई नक्सली लगातार आत्मसमर्पण करते आ रहे हैं। इसी के तहत आज पांच पुरुष और 3 महिला नक्सलियों ने झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के पदाधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। बता दें कि एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा दस्ता के यह 8 सदस्य रहे हैं, जिन्होंने आज आत्मसमर्पण किया।
झारखंड पुलिस के द्वारा आत्मसमर्पण नीति के तहत इन्हें सॉल देकर सम्मानित भी किया गया और इन्हें मुख्यधारा में जुड़ने को लेकर प्रोत्साहित भी किया गया।
आईजी ऑपरेशन ने बताया कि आज 4 जनवरी झारखंड पुलिस के लिए महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि आज ही के दिन पिछले साल नक्सल उन्मूलन अभियान में लगे झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के दो जवान चाईबासा में नक्सलियों के द्वारा कायराना हमले में शहीद हुए थे। उन्हें हम नमन करते हैं। यह वही क्षेत्र है जहां माओवादी के शीर्ष नेताओं का गढ़ रहा है। और एक करोड़ का इनामी नक्सली मिसिर बेसरा का क्षेत्र रहा है इस क्षेत्र और झारखंड के क्षेत्र जहां नक्सलियों का इलाका है उसे नक्सल मुक्त करने के लिए झारखंड पुलिस लगातार तत्परता से अभियान जारी रखी हुई है।
आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने की कोशिश जारी है। जिसमे सफलता भी मिल रही है। आज आत्मसमर्पण किए 8 नक्सली विगत 10 वर्षों से किसी न किसी रूप से नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। पिछले 2 वर्षों से झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति चलाई जा रही है उससे प्रभावित होकर कई नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं।