गुड़ांबादा व बोड़ाम में बनेगा सीएचसी, कहा उपायुक्त ने-मददगार बनें, दुर्घटना में घायलों को अस्पताल ज़रूर पहुंचाएं

Manju
By Manju
5 Min Read

जमशेदपुर : उपायुक्त विजया जाधव की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले के वरीय पदाधिकारी, विभागीय पदाधिकारी के साथ-साथ सभी बीडीओ, सीओ व लाइन डिपार्टमेंट के पदाधिकारी मौजूद रहे। उपायुक्त द्वारा विभागवार योजनाओं में अधतन प्रगति की समीक्ष कर सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। 8 घंटे से ज्यादा लंबी चली इस बैठक में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही अंतर्विभागीय समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि अधिकारी प्रतिबद्ध होकर अपने दायित्वों का निर्वाह करें, आमजनों की समस्याओं का ससमय निराकरण हो, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी पर ध्यान दें। सिविल सर्जन ने बताया कि गुड़ाबांदा और बोड़ाम प्रखंड में सी.एच.सी निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। उपायुक्त द्वारा दोनों प्रखंडों के सीओ को प्राथमिकता के आधार पर 2-3 एकड़ जमीन चिन्हित कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। इसके अलावा जनसंख्या के आधार पर अन्य प्रखंडो में भी अगर सी.एच.सी निर्माण की आवश्यकता हो तो संबंधित बीडीओ से प्रस्ताव मांगा गया। पोटका के कोवाली तथा मुसाबनी प्रखंड में भी अतिरिक्त सीएचसी के निर्माण पर चर्चा की गई। भीषण गर्मी को देखते हुए चापाकल व जलमीनार मरम्मती को लेकर प्राप्त हो रही शिकायतों पर संवेदनशील होकर युद्धस्तर पर कार्य करने का निदेश दिया गया। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों का हीमोग्लोबिन जांच किए जाने का निदेश दिया गया है, ताकि बच्चों के कुपोषण पर निगरानी रखी जा सके।

जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य पर निगरानी के लिए जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान महिलायें दो बार अल्ट्रासाउंड जरूर करायें। ये बातें उपायुक्त ने कही। उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रेग्नेंसी किट उपलब्ध कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। साथ ही कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कॉलेज में कोरोना जांच शुरू करने का निदेश दिया गया।

सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को गोल्डन आवर(एक घंटे के भीतर) में अस्पताल पहुंचाने वालों को पुलिस जांच के नाम पर परेशान नहीं करेगी। साथ ही गुड समारिटन को 5000 रुपये भी दिया जाएगा। जिले में योजना लागू होने के बाद अभी तक मात्र एक व्यक्ति गुड समारिटन के रूप में सामने आए हैं। उपायुक्त द्वारा जिलेवासियों से अपील की गई कि सड़क सुर्घटना में घायल हुए लोगों को अनदेखा नहीं करें, बल्कि उन्हें मदद करें, अस्पताल पहुंचायें। प्रशासन आपके कार्यों का सम्मान करते हुए सरकार द्वारा निर्धारित प्रात्साहन राशि भी देगी।

मनरेगा में सभी प्रखंड को 2 दिनों के अंदर रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन को क्लियर करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी प्रखंड को शत-प्रतिशत आधार सीडिंग कराते हुए मनरेगा मजदूरों के खाते में मजदूरी भुगतान का निर्देश दिया गया। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मुसाबनी द्वारा बताया गया कि कुछ बैंकों द्वारा आधार कार्ड एवं अकाउंट का डिटेल देने के बाद भी डीबीटी में कन्वर्ट नहीं किया जा रहा है, बैंक द्वारा लाभुक को प्रत्यक्ष रूप से बैंक में उपस्थित होने को कहा जा रहा है। इस संबंध में उपायुक्त द्वारा सभी प्रखंडों में कैंप का आयोजन करते हुए एबीपीएस में कन्वर्ट कराने का निर्देश दिया गया, साथ ही एलडीएम को भी इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

उपायुक्त द्वारा भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को डीएमएफटी का आवंटित कार्य 5 दिनों में शुरू करने का निदेश दिया गया। उपायक्त ने कहा कि जिले में आयोजित किए जा रहे दिव्यांगता शिविरों में मौके पर ही सभी लोगों से पेंशन का आवेदन जरूर भरवायें। साथ ही मुख्यमंत्री रोजगार सृजन का भी आवेदन भरायें। दिव्यांगजनों व अन्य सुयोग्य लाभुकों को सिर्फ पेंशन ही नहीं दें। बल्कि उन्हें आर्थिकोपार्जन के लिए रोजगार सृजन की योजना से जोड़ें। बैठक में अन्य सभी विभागीय योजनाओं की भी समीक्षा करते हुए उपायुक्त द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने का निदेश दिया गया।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *