मिरर मीडिया : बीपीएल कोटे में हुई अनियमितता को लेकर शुक्रवार को डीआरडीए सभागार में राज्य बाल संरक्षण आयोग के द्वारा जनसुनवाई की गई।
इस दौरान कई अभिभावकों ने अपनी समस्या बताई जिसके बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग ने सभी के आवेदनों को देखने की बात कही और कार्रवाई का आश्वासन दिया। अलग-अलग इलाकों से आए सभी अभिभावकों के आवेदन को जमा करा लिया गया और इस पर एक जांच कमेटी बनाने की बात आयोग ने कहीं और 10 दिनों के अंदर उचित करवाई करने की बाते कही।

वही जनसुनवाई में आए अभिभावकों ने विभाग के सीआरपी अमित कुमार द्वारा 10000 रिश्वत मांगने के आरोप लगाए और नहीं देने पर दूरी बढ़ा देने की बातें कहीं कई अभिभावकों ने यह भी कहा कि उनके साथ जानबूझकर गलत किया गया है।
वहीं राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष काजल यादव ने बताया कि सभी के समस्याओं को सुना गया है बीपीएल कोटे में नामांकन को लेकर कहीं ना कहीं घोर अनियमितता बरती गई है एक जांच कमेटी गठन कर लिया गया है 10 दिनों के अंदर पूरी तरह से जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि जांच के बाद आयोग के द्वारा जो फैसला लिया जाएगा उसे सभी स्कूलों को मानना होगा और कई अभिभावकों की निगाहें अब आयोग के द्वारा लिए जाने वाले फैसले पर टिकी है ऐसे में जांच के बाद आयोग का क्या निर्णय आता है यह देखना होगा।

इसके इतर बीपीएल कोटे में जनसुनवाई के दौरान अभिभावक महासंघ के मनोज मिश्रा पर आरोप लगाए गए जिसके बाद मनोज मिश्रा ने मंच से ही खड़े होकर इसका खंडन किया बाद में आयोग की टीम द्वारा मामला को शांत करवाया गया। मनोज मिश्रा का कहना था वो किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि अभिभावकों के हित के लिए खड़े रहते हैं और इसके विरुद्ध आवाज भी उठाते हैं जबकि कुछ अभिभावकों और कहना था कि वह अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे।

वहीं भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीता गुप्ता ने 551 बीपीएल के तहत आए आवेदनों पर सवाल खड़ा किया और आयोग को जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने बताया कि बीपीएल कोटे में काफी घोटाला हुए है एक विशेष व्यक्ति के द्वारा सभी घोटाला किया गया है जिसमें उनका साथ जिला शिक्षा अधीक्षक भूतनाथ रजवार भी दे रहे हैं वह विशेष व्यक्ति का नाम जावेद है जो कि सभी स्कूलों की दलाली करता है अगर जल्दी इसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो वह कोर्ट का शरण लेंगी।
वहीं अभिभावक महासंघ के महासचिव मनोज मिश्रा ने भी कहा कि भाजपा महिला मोर्चा की इस लड़ाई मेंअभिभावक महासंघ साथ में खड़ा रहेगा और शिक्षा विभाग से जिस तरह की घोटाले हो रहे हैं उसके खिलाफ निरंतर लड़ाई जारी रहेगा आयोग के समक्ष बातों को रखा गया है करवाई नहीं होती है तो आगे का रुख अख्तियार किया जाएगा।
बहरहाल आयोग के द्वारा सभी की बातों को सुन ली गई है और आवेदन को भी रख लिया गया है अब पूरे मामले पर आयोग किस प्रकार से जांच कर मिली शिकायतों पर कार्रवाई करती है यह देखना होगा।

