मिरर मीडिया : रेलवे अस्पताल में शुक्रवार को एक स्वास्थ्य कर्मी की हालत बिगड़ गई इस दौरान अन्य स्वास्थ्य कर्मी एकजुट हो गए और अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। उसकी हालत खराब होने के पीछे अपमानित करने के कारण सदमा लगना बताया जा रहा है अब वह सदमा किस प्रकार का है इस पर जानकारी देते हुए वहीं के स्वास्थ्य कर्मी रामनिवास ने बताया कि दंत चिकित्सक के अनुसार चैम्बर में सभी को जूते चप्पल उतार कर प्रवेश करने को निर्देश दिया गया था जिसके मुताबिक अटेंडेंट बसंत उपाध्याय ने डीआरएम की पत्नी को भी डॉक्टर के कक्ष में प्रवेश करने से पहले सिर्फ इतना कहा कि चप्पल उतार के जाए हालांकि इस दौरान उसे यह ज्ञात नहीं था कि वे कौन है।

बता दें कि धनबाद के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा की पत्नी रेलवे अस्पताल में दंत रोग विशेषज्ञ से चेकअप कराने आई थी। चप्पल उतार कर अंदर जाने की कर्मचारी की यही बात मैडम को नागवार गुजरा और वापस लौट कर उन्होंने डीआरएम को मामले की जानकारी दी। वापस लौट कर उन्होंने डीआरएम को मामले की जानकारी दी।
कर्मचारी का कहना है कि कुछ देर बाद रेलवे अस्पताल के सीएमएस को फोन आया। वह नीचे उतरे और रेल कर्मचारी को साथ लेकर डीआरएम कार्यालय चले गए। डीआरएम चेंबर में ले जाकर उन्हें डांट फटकार लगाई गई।
वहीँ इसके बाद बताया जा रहा है कि उसे कव्वाली बुलाकर शर्मसार किया गया और पूरे कपड़े भी खोलवाया गया ज्यादा अपमानित होने से उसकी स्थिति खराब हो गई है। वहीं रेल कर्मचारी को डीआरएम के चेंबर में ले जाकर ना सिर्फ चार्जशीट की धमकी दी गई, बल्कि उसे डीआरएम के चेंबर में ही निर्वस्त्र कर बाहर भेजा गया।
फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है। वहीं उपस्थित कर्मियों के मुताबिक इस तरह से कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जब तक इस पर अधिकारी माफी नहीं मांगेंगे स्वास्थ्य कार्य ठप्प रहेंगे।

वहीं सुचना पर एडीआरएम आशीष कुमार अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने बताया कि पूरे मामले पर जांच की जा रही है जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा फिलहाल स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल करने को कहा जा रहा है।
कर्मी बसंत उपाध्याय की हालत और खराब हो गई जिसके बाद वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं रहे अचेत व्यवस्था मे उन्हे आनन-फानन में एंबुलेंस से अशर्फी अस्पताल भेजा गया । वहीं अन्य स्वास्थ्यकर्मी बरामदे में एकजुट होकर न्याय की मांग करने लगे मौके पर आरपीएफ इंस्पेक्टर सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।