मिरर मीडिया : शुक्रवार को समाहरणालय के सभागार में उपायुक्त संदीप सिंह ने ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। मनरेगा योजनाओं की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हमें उपलब्ध कराया गया लक्ष्य न्यूनतम है। लक्ष्य से अधिक योजनाओं को क्रियान्वित करने में कोई बाधा नहीं है। प्लास्टिक एवं बायो वेस्ट मैनेजमेंट ग्रामीण क्षेत्रों एवं भीड़भाड़ वाले बाजार के क्षेत्रों में करना अत्यंत आवश्यक है। इस संबंध में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को मनरेगा के तहत योजनाएं संचालित करने का तथा विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों एवं मुख्य बाजारों में प्लास्टिक एवं बायो वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट स्थापित करने का निर्देश दिया।
बैठक में ड्रेन वाटर मैनेजमेंट, सोकपिट निर्माण, कम्युनिटी सैनिटरी पॉइंट, गोवर्धन योजना इत्यादि की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने कहा कि हमारा जिला 2 वर्ष पूर्व ही ओडीएफ घोषित हो चुका है। इस संबंध में निरंतर निगरानी रखने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को गांव गांव जाकर शौचालय की स्थिति की रेंडम जांच करने का निर्देश दिया। बैठक में उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी 1 एवं 2, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

