
मिरर मीडिया: हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन शरद पूर्णिमा मनाई जाती है। इस वर्ष 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है।
सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, पूजा, जप-तप और दान करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए गए सारे पाप कट जाते हैं। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।
वहीं,ज्योतिषियों के अनुसार शरद पूर्णिमा तिथि पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। भारत में भी यह ग्रहण दिखाई देगा। अतः सूतक भी मान्य होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान राहु का प्रभाव बढ़ जाता है।
बता दें कि चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि में भारतीय समय अनुसार 01 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 02 बजकर 22 पर समाप्त होगा। वहीं, पूर्णिमा तिथि का समापन देर रात 01 बजकर 53 मिनट पर होगा। चंद्र ग्रहण की अवधि 1 घंटे 16 मिनट है।