मिरर मीडिया : धनबाद के निरसा में ईसीएल मुगमा क्षेत्र अंतर्गत कापासारा आउटसोर्सिंग के बंद खदान में सोमवार की अहले सुबह अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से दो लोगों की मौत होने की खबर पर ECL एवं जिला प्रशासन ने प्रेस विज्ञप्ति निकालते हुए इस खबर को ख़ारिज कर दिया है और इसकी पुष्टि नहीं की है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ECL प्रबंधन के तकनिकी टीम द्वारा घटनास्थल का भौतिक निरिक्षण कर संयुक्त जांच प्रतिवेदन उपलब्ध करा दिया गया है जिसमें बताया गया है कि उक्त स्थान में अवस्थित नाले के बगल में एक छोटा जल जमाव में पॉट हॉल निर्मित हो गया है जबकि उक्त क्षेत्र को ECL एवं DGMS ने भू-स्खलन प्रवण क्षेत्र घोषित करते हुए इसे प्रतिबंधित क्षेत्र चिन्हित किया गया है।
भू-स्खलन के कारण ना ही कोई अप्रिय घटना घटित हुई और ना ही जान माल की क्षति बताई गई है। जबकि प्रबंधन के द्वारा क्षेत्र का भराव के साथ नाले के बाहव की दिशा को भी दूसरी तरफ मोड दिया गया है। वहीं घटनास्थल पर पुलिस बल भी तैनात है और स्थिति सामान्य है।
हालांकि उधर इस घटना में 2 लोगों की मौत और कई के दबे होने की आशंका की खबर सामने आई थी। वहीं घटना की सूचना मिलते ही आसपास के दर्जनों लोग मौके पर पहुंचे इस दौरान भाजपा निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने पूरे मामले की जानकारी ली साथ ही आरोप लगाया कि इस तरह की घटना आए दिन होती रहती है दर्जनों लोग मारे गए हैं परंतु प्रबंधन इस घटना से कोई सीख नहीं ले रहा।
वहीं जब पूरे मामले पर धनबाद उपायुक्त वरुण रंजन से बात की गईं तो उन्होने बताया की जानकारी प्रात हुई है अंचल अधिकारि को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि लगातार जिला प्रशासन द्वारा बीसीसीएल प्रबंधन और आउटसोर्सिंग कंपनियों को सुरक्षा के नियमों का पालन करने को लेकर निर्देश दिए जाते हैं ताकि किसी भी व्यक्ति की अनधिकृत प्रवेश पर रोक लग सके बावजूद इस तरह की घटना होने से कई सवाल खड़े होते हैं। हालांकि इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है जबकि प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस तरह की घटना से इनकार किया गया है।