देश: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी कर कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपने तय समय से करीब चार दिन बाद गुरुवार को भारत से पूरी तरह से वापस चला गया है। यह सामान्य तिथि से 8 दिन बाद 25 सितंबर को भारत से हटना शुरू हुआ था।
रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 1 जून तक केरल में अपनी शुरुआत करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस आ जाता है।
वहीं आईएमडी ने कहा है कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में पूर्वी/उत्तरपूर्वी हवाओं के शुरू होने के साथ, अगले तीन दिनों में इस क्षेत्र में पूर्वोत्तर मानसून वर्षा गतिविधि शुरू होने की संभावना है।
हालांकि, सामान्य तौर पर पूर्वोत्तर मॉनसून का शुरुआती चरण कमजोर रहने की संभावना है।
बता दें कि भारत में अल नीनो की मजबूत स्थिति के बीच चार महीने (जून-सितंबर) के मानसून सीजन में “औसत से कम” संचयी वर्षा दर्ज की गई – 868.6 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) की तुलना में 820 मिमी।
आईएमडी ने कहा कि सकारात्मक कारकों, मुख्य रूप से हिंद महासागर डिपोल (IOD) और मैडेन-जूलियन ऑसिलेशन (MJO) ने अल नीनो स्थितियों के कारण हुई कुछ कमी को कम किया और “लगभग सामान्य” वर्षा हुई।
2023 से पहले, भारत में लगातार चार वर्षों तक मानसून के मौसम में “सामान्य” और “सामान्य से ऊपर” वर्षा दर्ज की गई थी। एलपीए के 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत के बीच वर्षा को सामान्य माना जाता है।