धनबाद: गैंगस्टर अमन सिंह की जेल में हुई हत्या की जिम्मेदारी उसके ही पुराने गुर्गे धनबाद के हीरापुर जेसी मल्लिक रोड के रहने वाले आशीष रंजन उर्फ छोटू ने ली है। बाकायदा एक आडियो जारी कर उसने कहा है कि वह इसकी तैयारी बहुत दिनों से कर रहा था।
मालूम हो कि आडियो में वह दावा कर रहा कि अमन सिंह को तो उसने कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान मारने की तैयारी की थी, मगर उसे इसकी भनक लग गई थी। इस कारण वह पेशी में आने से बच रहा था। छोटू यह भी कह रहा कि उसे वह बड़ा भाई मानता था, मगर कुछ पैसे के लिए उसने उसकी हत्या करने की ठान ली थी। इसलिए मरवा दिया। जेल में उसने ही हथियार पहुंचाया था। जिस आदमी ने अमन की हत्या की है, वह उसका ही नाम लेगा। धनबाद के व्यपारियों से कोई मतलब नहीं है, मगर कोयले के व्यापार में वह रहेगा।
हालांकि आशीष रंजन उर्फ छोटू के नाम से वायरल हो रहे ऑडियो की सत्यता की मिरर मीडिया पुष्टि नही करता है। ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि इस ऑडियो में कितनी प्रमाणिकता है ।
दअरसल, अमन सिंह के हर वारदात में छोटू का नाम आता था । लेकिन कुछ दिन पूर्व ही छोटू का एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें वह कह रहा था कि अमन सिंह गैंग से अब उसका कोई संबंध नहीं है। वह उसके गैंग को छोड़ चुका है।
बता दें कि आशीष का नाम पहली बार वीर कुंवर सिंह कालोनी के जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड में आया था। इसमें आशीष के साथ पार्टनर सतीश साव उर्फ गांधी भी था, जो इन दिनों धनबाद जेल में बंद है। इस हत्या के बाद आशीष की गिरफ्तारी हुई थी। बेल पर बाहर आने के बाद 12 मई 2021 को वासेपुर के जमीन कारोबारी लाला खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें अमन सिंह के साथ आशीष रंजन और वासेपुर के मिस्टर खान का नाम आया था। पुलिस इस कांड में आशीष रंजन उर्फ छोटू की तलाश कर ही रही थी। इस बीच कतरास निवासी पुलिस मुखबिर नीरूज तिवारी की हत्या गोली मारकर दी गई थी। तब से वह फरार है।