मिरर मीडिया : इतिहास में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है जब 141 सांसदों को निलंबित किया गया हो। बता दें कि इससे पहले
राजीव गाँधी के समय 1989 में 63 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। वहीं अब इसकी संख्या 141 की है जिसमें 46 सांसद राज्यसभा से हैं। इनमें 95 सांसद लोकसभा से हैं। इसी के साथ बुधवार को संसद से निलंबित सांसदों के खिलाफ एक और बड़ा एक्शन लिया गया है। लोकसभा सचिवालय ने इन सांसदों को संसद की लॉबी-गैलरी और चैंबर में एंट्री पर रोक लगा दी है।
बता दें कि मंगलवार को लोकसभा से 49 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। इससे पहले सोमवार को संसद से 92 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। इनमें 46 सांसद लोकसभा और 46 सांसद राज्यसभा से थे। मंगलवार को जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया, उनमें फारूक अब्दुल्ला, सुप्रिया सुले, शशि थरूर, डिंपल यादव, ज्योत्सना महंत समेत कई नेता शामिल हैं।
वहीं सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जून खरगे ने कहा कि मोदी सरकार कानून पास कराने के लिए ऐसा कर रही है। वह नहीं चाहती कि भारत के लोग विपक्ष की बात सुनें। विपक्ष विहीन संसद में वह अब बिना चर्चा कानून पारित कर सकती है।