जमशेदपुर : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, स्वतंत्र फेडरेशनों और संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जमशेदपुर के उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया। 16 फरवरी को श्रमिक संगठन और किसान मोर्चा द्वारा आहूत औद्योगिक हड़ताल, ग्रामीण बंद के संदर्भ में जमशेदपुर में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, स्वतंत्र फेडरेशनों और संयुक्त किसान मोर्चा का संयुक्त मंच द्वारा उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित एक मांग पत्र सौंपा गया। मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय के नेतृत्व में विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में महंगाई, बेरोजगारी, काम का अधिकार, न्यूनतम मजदूरी, खाद्य सुरक्षा, किसानों को राहत, पेंशन योजना, भूमि और जंगल का अधिकार, अनौपचारिक क्षेत्र के कामगार और स्कीम वर्कर संबंधित मांगों के साथ-साथ लोकतांत्रिक अधिकारों और संघीय ढांचे की सुरक्षा की मांगों को रखा गया। मांग पत्र में मजदूर विरोधी जन विरोधी चार श्रम संहिता, बिजली संशोधन अधिनियम, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, मोटर वाहन अधिनियम, भारतीय न्याय संहिता जैसे संशोधनों और कानूनों को वापस लेने और सार्वजनिक संगठनों के निजीकरण को रोकने से संबंधित पुरानी लंबित मांगों को भी दोहराया गया। मोर्चा की ओर से यह भी बताया गया कि पूरे प्रमंडल मोदी सरकार की जन विरोधी राष्ट्र विरोधी नीतियों को उजागर करने और एकता को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। कार्यक्रम की श्रृंखला के अगले कड़ी में 15 फरवरी को आदित्यपुर में मसाल जुलूस निकाला जाएगा और 16 फरवरी को औद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण बंद के अलावा आम बागान मैदान से मजदूर किसान और मेहनतकश जनता की एक विशाल रैली निकाली जाएगी। कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के संजीव श्रीवास्तव, अंबुज ठाकुर, विश्वजीत देव, महेंद्र मिश्रा, विनोद राय, परविंदर सिंह, राकेश साहू, जयंती दास, केपी तिवारी, संजय कुमार, हीरा अरकाने, गुप्तेश्वर सिंह, जेपी सिंह, सत्येंद्र सिंह, ऋषभ श्रीवास्तव, गणेश राव, सौरव राज, विक्रम कुमार, विमान चटर्जी, मुकेश रजक आदि उपस्थित थे।