जमशेदपुर : इस बार बैसाखी पर कोल्हान की संगत के लिए धार्मिक समागमों के साथ-साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कार्यक्रमों के अनूठे समावेश से सिख इतिहास से रु-ब-रु होने का भरपूर मौका होगा। बैसाखी के पावन मौके पर 13 अप्रैल से 16 अप्रैल तक साकची गुरुद्वारा मैदान में “बैसाखी सभ्याचार मेला” का आयोजन धूमधाम से होगा। कार्यक्रम की सफलता को ध्यान में रखते हुए साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी की एक बैठक प्रधान निशान की अध्य्क्षता में रविवार को रखी गयी थी। जिसमे यह निर्णय लिया गया कि आगामी 13 से 16 अप्रैल तक गुरुद्वारा परिसर में दो चरणों में कार्य्रकम आयोजित किये जायेंगे।
प्रधान निशान सिंह ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि धार्मिक समागम के तहत 13 और 14 अप्रैल को गुरुद्वारा साहिब में महान कीर्तन दरबार का आयोजन संगत के लिए किया जायेगा। जबकि शाम के कार्यक्रम में पंजाब, अमृतसर से विशेष आमंत्रण पर जमशेदपुर पहुंचने वाली नाटक कलाकार टीम कला प्रीत मंच की 25 सदस्यीय टीम ध्वनि और रौशनी के संगम से हिन्द की चादर गुरु तेग बहादुर जी महाराज वं चार साहिबजादों की शहीदी गाथा का मंचन करेंगे।
इनके अभिनय करने की शैली को पंजाब में काफी पसंद किया जाता है और यह टीम उत्तरी क्षेत्र में लोकप्रिय है। महासचिव परमजीत सिंह काले ने बताया कि चारो ही दिन मेला का आयोजन किया जायेगा। वहां विभिन्न स्टाल का निर्माण भी किया जायेगा। इसके अलावा सिख मार्शल आर्ट गतका और अन्य सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। प्रधान निशान सिंह ने बताया बहुत जल्द आयोजन को लेकर पांच सदस्यीय समिति की घोषणा की जाएगी।