Content….
- मीरा सिंह के अलावा कांग्रेसी नेता लाल मोहित नाथ शाहदेव के यहां भी ED की छापेमारी
- भाजपा नेता द्वारा भी मीरा सिंह पर करवाई की कि जा चुकी है मांग
- खूंटी में थाना प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह पर 15 हजार रिश्वत लेने का लग चूका है आरोप
- पकड़ के कारण मीरा सिंह ने रुकवाया था अपना स्थानांतरण
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𝘬. 𝘬. 𝘴ꪖᧁꪖ𝘳.. ✍️.. : ED की कार्रवाई से झारखंड में हड़कंप मचा हुआ है। एक बार फिर झारखंड की राजधानी रांची में गुरुवार की सुबह-सुबह ईडी की टीम ने दबिश दी है। बता दें कि इस बार ED की टीम थाना प्रभारी मीरा सिंह के ठिकानों पर दस्तक दी है। रांची के तुपुदाना की थाना प्रभारी दारोगा मीरा सिंह के ठिकानों पर ED की टीम पहुंच कर कार्रवाई कर रही है। 2012 बैच की दारोगा मीरा सिंह के यहाँ ED जमीन घोटाला मामले में छापेमारी कर रही है।
मीरा सिंह के अलावा कांग्रेसी नेता लाल मोहित नाथ शाहदेव के यहां भी ED की छापेमारी
वहीं मीरा सिंह के अलावा ED ईडी के द्वारा एक कांग्रेसी नेता लाल मोहित नाथ शाहदेव के यहां भी छापेमारी की जा रही है। जहाँ छापामारी जारी है एवं अब तक आधा दर्जन से अधिक मोबाइल जब्त किया गया है। लाल मोहित नाथ शाहदेव मीरा सिंह के करीबी बताए जा रहे हैं। बता दें कज मोहित के आवास पर ईडी को नकद और व्हाट्सएप्प चैट भी बरामद हुआ है। जबकि मोहित शाहदेव के घर से 14 लाख के करीब कैश और अवैध हथियार बदमद होने की चर्चा है, हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है और ना ही मिरर मीडिया अभी इस बात की पुष्टि करता है।
भाजपा नेता द्वारा भी मीरा सिंह पर करवाई की कि जा चुकी है मांग
बताया जाता है कि मीरा सिंह सत्ता के करीबी रही हैं। उनका दबदबा और सत्ता में पकड़ इस बात से लगाया जा सकता है कि एक बार DGP को भी उनके तबादले का आदेश वापस लेना पड़ा था। मीरा सिंह का विवादों से गहरा नाता रहा है। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास भी पूर्व में कई बार सरकार को पत्र लिखकर मीरा सिंह पर करवाई की मांग कर चुके हैं। झारखंड उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी दारोगा मीरा सिंह पर पहले से मुकदमा चल रहा है।
खूंटी में थाना प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह पर 15 हजार रिश्वत लेने का लग चूका है आरोप
विदित हो कि 25 फरवरी, 2021 को खूंटी में थाना प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह को एसीबी ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। हालांकि यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। रांची जिला में स्थानांतरित होने के बाद दारोगा मीरा सिंह को दो साल पहले तुपुदाना ओपी का थाना प्रभारी बनाया गया था।
पकड़ के कारण मीरा सिंह ने रुकवाया था अपना स्थानांतरण
वहीं मीरा सिंह पर तुपुदाना ओपी प्रभारी रहते हुए भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं जबकि उन्हें पद से हटाने की भी अनुशंसा की गई है। इसी दौरान DGP डीजीपी ने हज़ारीबाग़ स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया था। लेकिन सत्ता में अपनी पहुंच के बल पर मीरा सिंह ने स्थानांतरण को रुकवाया लिहाजा डीजीपी को अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
बहरहाल अब सबकी निगाहें ED पर टिकी है और छापेमारी पूरी होने के बाद क्या कुछ बरामद किया जाता है यह देखने वाली बात होगी फिलहाल ED अपनी टीम के साथ कार्रवाई कर रही है।
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