डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्र की शुरुआत होती है। इस पावन उत्सव को शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) के नाम से जाना जाता है। प्रतिपदा से नवमी तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए व्रत भी रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दौरान मां दुर्गा धरती पर आती हैं और भक्तों का कल्याण करती हैं। इस बार देवी का आगमन पालकी पर हुआ था और विदाई मुर्गे (Maa Durga Departure Vehicle Charanayudha) पर होगी। आइए जानते हैं, इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है।
मां दुर्गा की विदाई मुर्गे पर: शुभ या अशुभ?
इस बार मां दुर्गा की विदाई मुर्गे (Maa Durga Ka Vahan Murga) पर होने वाली है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि देवी के इस वाहन पर प्रस्थान करने से लोगों को कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। मुर्गे पर विदा होने से जीवन में दुख, परेशानी और दर्द आने की संभावना रहती है। इसलिए, भक्तों को इस समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
पालकी पर आगमन: महामारी और प्राकृतिक आपदा के संकेत
मां दुर्गा का इस बार आगमन पालकी पर हुआ था, जिसे भी ज्योतिष शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता है। पालकी पर देवी का आगमन आंशिक महामारी या प्राकृतिक आपदा के संकेत देता है। इसके साथ ही, अर्थव्यवस्था में गिरावट और समाज में लड़ाई-झगड़े बढ़ने की आशंका भी जताई जाती है। इस समय की स्थिति से भक्तों को सचेत रहना चाहिए और अधिक से अधिक पूजा-अर्चना और परोपकार के कार्य करने चाहिए।
दुर्गा विसर्जन 2024: जानिए शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से होगी, और इसका समापन 13 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट पर होगा। इस वर्ष दुर्गा विसर्जन (Durga Visarjan 2024 Date) 12 अक्टूबर को किया जाएगा। दुर्गा विसर्जन का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
दुर्गा विसर्जन मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 17 मिनट से 03 बजकर 35 मिनट तक। इस शुभ समय में देवी दुर्गा का विसर्जन करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।