झरिया विधानसभा में देवरानी-जेठानी की फिर से टक्कर : पुराने राजनीतिक वर्चस्व की पुनरावृत्ति के लिए सिंह मेंशन और रघुकुल के बीच फिर घमासान, पढ़े पूरी खबर….

KK Sagar
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झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है, और सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस बार भी झरिया विधानसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हैं, जिसे प्रदेश की ‘हॉट’ सीट कहा जाता है। यह सीट लंबे समय से ‘सिंह मेंशन’ परिवार के प्रभाव में रही है, लेकिन पिछले चुनाव में सत्ता का संतुलन बदल गया था। 2019 में कांग्रेस की पूर्णिमा सिंह ने बीजेपी की रागिनी सिंह को हराकर यह सीट अपने नाम की थी।

चार दशक से ‘सिंह मेंशन’ का दबदबा

चार दशक तक झरिया विधानसभा सीट पर ‘सिंह मेंशन’ परिवार का कब्जा रहा है। 1977 में सूर्य देव सिंह ने पहली बार इस सीट से चुनाव जीता और इसके बाद उनका परिवार राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा। उनके बाद उनके भाई बच्चा सिंह और पत्नी कुंती देवी ने भी यहां से चुनाव जीता। 2014 में उनके बेटे संजीव सिंह विधायक बने, लेकिन 2017 में नीरज सिंह की हत्या के बाद से स्थिति बदल गई। संजीव सिंह को इस हत्याकांड में आरोपी बनाकर जेल भेजा गया, और 2019 के चुनाव में सत्ता का पलटवार हुआ जब नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह ने संजीव की पत्नी रागिनी सिंह को हराया।

देवरानी-जेठानी की रोमांचक टक्कर

2024 के चुनाव में भी यह सीट देवरानी-जेठानी के बीच जोरदार मुकाबले की गवाह बनेगी। बीजेपी ने एक बार फिर रागिनी सिंह पर भरोसा जताया है, जबकि कांग्रेस ने सिटिंग एमएलए पूर्णिमा सिंह को टिकट दिया है। पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव में दोनों के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है।

झरिया की चुनावी राजनीति और मुद्दे

झरिया कोयले के भंडार के लिए प्रसिद्ध है, और यहां की राजनीति कोयला मजदूरों और श्रमिक यूनियनों द्वारा काफी प्रभावित होती है। यह इलाका कोयले के नीचे लगी आग से भी जाना जाता है, जो यहां के जीवन को कठिन बनाती है। हर चुनाव में विस्थापन, पुनर्वास और पेयजल जैसे मुद्दे प्रमुख होते हैं। साथ ही, इलाके में फैले प्रदूषण से सांस लेने में भी मुश्किलें होती हैं, जो एक बड़ी समस्या है।

पिछले चुनाव परिणाम और मतदाता आँकड़े

2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पूर्णिमा सिंह ने 50.34% वोट हासिल किए थे, जबकि बीजेपी की रागिनी सिंह को 42.73% वोट मिले थे। इस चुनाव में पूर्णिमा ने 12,054 वोटों से जीत दर्ज की थी। 2014 के चुनाव में संजीव सिंह ने 48.14% वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, जबकि नीरज सिंह को 26.24% वोट मिले थे।

2024 चुनाव की तैयारियां

चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, झरिया विधानसभा में कुल 3,01,564 मतदाता हैं, जिनमें 1,59,623 पुरुष और 1,41,925 महिला वोटर हैं। इस सीट पर 2019 के विधानसभा चुनाव में 52.71% मतदान हुआ था। 2024 के चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा, और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

इस बार भी झरिया की जनता के लिए यह चुनाव एक रोमांचक और महत्वपूर्ण फैसला होगा, जहां पुराने राजनीतिक परिवारों के बीच सत्ता की रस्साकशी फिर से देखने को मिलेगी।

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