Table of Contents
Dhanbad के कसियाटांड़ स्थित जेनक्स इंटरनेशनल स्कूल के कंप्यूटर शिक्षक राहुल कुमार मिश्रा उर्फ कुश कुमार मिश्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। सोमवार दोपहर लगभग 3:00 बजे राहुल ने अपने परिवार को फोन कर बताया था कि उन्हें घर आने में कुछ देर हो सकती है। शाम 6:00 बजे तक जब वे घर नहीं पहुंचे, तो परिवार के लोगों ने उनकी खोजबीन शुरू की। लगातार फोन मिलाने के बावजूद उनका फोन स्विच ऑफ बताता रहा, जिससे परिजनों की चिंता बढ़ गई।
परिजनों की रातभर की खोजबीन और पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट
रात भर परिजन और उनके करीबी रिश्तेदार, दोस्त राहुल को ढूंढने का प्रयास करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार सुबह 6:30 बजे परेशान परिजनों ने बरवाडा थाने में राहुल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस की ओर से जांच की शुरुआत भी नहीं हो पाई थी कि 7:00 बजे पुलिस को कसियाटांड़ स्थित पानी टंकी के पास एक शव मिलने की सूचना मिली। जब पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे, तो शव की पहचान राहुल कुमार मिश्रा के रूप में हुई। यह खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया, और लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर एकत्र हो गए।
स्थानीय लोगों ने दी थी लावारिस बाइक और बैग की सूचना
स्थानीय निवासियों ने बताया कि सोमवार शाम 6:00 बजे के आसपास कसियाटांड़ पानी टंकी के पास एक बाइक और एक बैग लावारिस अवस्था में पड़े मिले थे। यह सूचना तुरंत बरवड्डा पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। लोगों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और समय पर जांच न करने के कारण यह दुखद घटना घटी। अगर पुलिस ने समय रहते उचित कार्रवाई की होती, तो शायद राहुल की जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
राहुल के परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई नहीं की। मुंशी भारत मंडल, जिन्हें बाइक और बैग की सूचना दी गई थी, ने न तो वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और न ही खुद मौके पर जाकर जांच की। इससे पुलिस की निष्क्रियता और असंवेदनशीलता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। परिवार और स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर पुलिस ने तत्परता दिखाई होती, तो इस त्रासदी को रोका जा सकता था।
राहुल का परिवार सदमे में, मौत के कारणों पर संशय
राहुल कुमार मिश्रा कुसुम विहार के निवासी थे और जेनक्स इंटरनेशनल स्कूल में पिछले पांच-छह साल से कंप्यूटर शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। वे एक सरल, शांतिप्रिय और मिलनसार व्यक्ति थे। उनके परिवार का कहना है कि उनका किसी के साथ कोई विवाद या दुश्मनी नहीं थी। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है, क्योंकि राहुल का इस तरह से अचानक चले जाना उनके लिए बेहद चौंकाने वाला है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बुरी तरह पिटाई के संकेत, हत्या का शक
राहुल के शव को धनबाद के एसएनएमएमसीएच अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जहां प्रारंभिक रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण बुरी तरह पिटाई बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक हत्या के पीछे के कारणों का कोई स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और राहुल की अंतिम गतिविधियों और संपर्कों की पड़ताल की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि उनके साथ क्या हुआ और किस परिस्थिति में उनकी मौत हुई।
परिजनों और स्थानीय लोगों की पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग
राहुल के परिजन और स्थानीय लोग इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जता रहे हैं। उनका कहना है कि यदि पुलिस ने शुरुआती सूचना पर ध्यान दिया होता, तो शायद यह घटना टल सकती थी। परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही, वे चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
राहुल की मौत से इलाके में शोक का माहौल
राहुल की मौत ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया है। जेनक्स इंटरनेशनल स्कूल के स्टाफ और छात्र भी इस घटना से स्तब्ध हैं। वे राहुल को एक कर्तव्यनिष्ठ और स्नेही शिक्षक के रूप में याद कर रहे हैं। इस घटना के बाद स्थानीय लोग बरवाडा थाना के सामने इकट्ठे होकर विरोध जता रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस मामले में पुलिस को तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके।
राहुल के निधन से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, और अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हैं।