राज्यसभा में शुक्रवार को एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब उच्च सदन में कांग्रेस की बेंच से नोटों की गड्डियां मिलने की बात सामने आई। सभापति जगदीप धनखड़ ने इस घटना की जानकारी साझा करते हुए इसे बेहद गंभीर मामला बताया और जांच जारी रहने की बात कही।
इस बीच, खुलासा हुआ कि ये नोट विपक्षी सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट से मिले हैं। हालांकि, सभापति ने किसी का नाम स्पष्ट रूप से नहीं लिया। सिंघवी ने अपनी सफाई में कहा कि वह गुरुवार को कुछ ही मिनटों के लिए सदन में मौजूद थे और इस घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
सांसदों की प्रतिक्रियाएं
केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए। वहीं, सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने भी जांच की मांग करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने कभी किसी मामले को दबाने का प्रयास नहीं किया।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “यह तो शुरुआत है, अभी तो सिर्फ नोट मिले हैं, आगे पता नहीं क्या-क्या सामने आएगा।” उन्होंने विपक्ष पर फेक न्यूज फैलाने और विदेशी ताकतों के साथ मिलकर सदन को बाधित करने का आरोप भी लगाया।
सदन की गरिमा पर बहस
इस विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा जेपी नड्डा को केवल “नड्डा” कहकर संबोधित करने पर आपत्ति जताई और कहा कि सदन को गरिमापूर्ण ढंग से चलना चाहिए।
अभिषेक मनु सिंघवी का बयान
अभिषेक मनु सिंघवी ने सफाई देते हुए कहा कि वह गुरुवार को केवल तीन मिनट के लिए सदन में मौजूद थे। उन्होंने बताया, “मैं 12:57 बजे सदन में गया और 1 बजे निकल आया। इसके बाद 1:30 बजे तक कैंटीन में बैठा था। पहली बार ऐसी घटना सुन रहा हूं।”