धनबाद। बीसीसीएल एरिया 6 के धनसार कोलियरी के विश्वकर्मा परियोजना में तनाव बढ़ता जा रहा है। एक ओर, युवा बेरोजगार मंच के बैनर तले प्रदर्शनकारी प्रबंधक द्वारा धनसार तालाब को ढकने और प्रदूषण के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कोयले के डिस्पैच और कांटा प्रक्रिया को बंद कर दिया है, जिससे परियोजना के संचालन पर असर पड़ रहा है।
400 मजदूरों पर रोजी-रोटी का संकट
डिस्पैच और कांटा बंद होने से दूसरे गुट के लगभग 400 मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इन मजदूरों ने अपनी आजीविका की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दोनों गुट एक-दूसरे पर 150 रुपये प्रति टन रंगदारी वसूली और कोयला चोरी के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है।
प्रशासन अलर्ट, भारी सुरक्षा तैनात
स्थिति को काबू में रखने के लिए भारी संख्या में सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बल को तैनात किया गया है। प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्क है।
क्या है मामला?
विश्वकर्मा परियोजना का प्रबंधन क्षेत्र के धनसार तालाब को ढकने का प्रयास कर रहा है, जिसका स्थानीय प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इससे पर्यावरण को नुकसान होगा और तालाब पर निर्भर स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित होगी।
प्रभावित पक्षों की मांग
प्रदर्शनकारी: प्रदूषण नियंत्रण के लिए तालाब को बचाने की मांग कर रहे हैं।
मजदूर गुट: कोयला डिस्पैच और कांटा प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे हैं ताकि उनकी आजीविका सुरक्षित रह सके।
दोनों गुटों के बीच चल रहे इस विवाद ने बीसीसीएल की परियोजना के संचालन को बाधित कर दिया है। फिलहाल प्रशासन दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहा है।