संवाददाता, धनबाद: जिले के सभी शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाने के उद्देश्य से तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के तहत एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार और सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी (सीड्स) के तकनीकी सहयोग से सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस जिला +2 स्कूल के सभागार में आयोजित की गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी निशु कुमारी के आदेशानुसार यह पहल शुरू की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत में अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आशीष कुमार ने तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तम्बाकू सेवन आज वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। युवाओं और बच्चों को इस लत से बचाने के लिए व्यापक जागरूकता जरूरी है।
कार्यक्रम में सीड्स के कार्यक्रम समन्वयक रिम्पल झा ने बताया कि ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे (2019) के अनुसार भारत में 13-15 आयु वर्ग के 8.5 प्रतिशत छात्र किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं। झारखंड में यह आंकड़ा 5.1 प्रतिशत है, जो गंभीर चिंता का विषय है। झा ने बताया कि तम्बाकू सेवन से हर साल भारत में लगभग 13 लाख लोगों की मृत्यु होती है।
सख्त नियम लागू
कार्यशाला में तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों के दिशा-निर्देशों पर चर्चा की गई।
- शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद बेचने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा।
- नियम का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई होगी, जिसमें 1 लाख रुपये का जुर्माना और 7 साल की जेल का प्रावधान है।
- तम्बाकू मुक्त परिसर सुनिश्चित करने के लिए साइनेज और पोस्टर लगाए जाएंगे।
- हर छह महीने में तम्बाकू नियंत्रण से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
तम्बाकू मुक्त गांव और पीढ़ी बनाने की दिशा में कदमकार्यक्रम में बताया गया कि स्कूल परिसर के आसपास 100 गज के क्षेत्र को पीली रेखा से चिह्नित कर तम्बाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाएगा। इसके अलावा, स्कूलों में तम्बाकू निगरानी के लिए शिक्षक और विद्यार्थी नियुक्त किए जाएंगे।
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को तम्बाकू सेवन न करने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का समापन अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की सहमति से हुआ।
इस अवसर पर सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अशोक कुमार पांडेय, शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, चयनित विद्यालयों के प्राचार्य, नोडल शिक्षक और सीड्स झारखंड के क्षेत्रीय समन्वयक भोला पांडेय सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।