संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में ठंड ने जोर पकड़ लिया है। बीते कुछ दिनों से धुंध और कोहरा लोगों की दिनचर्या पर असर डाल रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले तीन दिनों तक नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में घने कोहरे की संभावना जताई है। उधर, पहाड़ी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया है। कश्मीर में झरने और झीलें जम गई हैं, जबकि हिमाचल के कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है।
उत्तर भारत में ठंड का कहर, दिल्ली और यूपी में सर्दी ने तोड़े रिकॉर्ड
देश के मैदानी राज्यों में भी ठंड अपना कहर बरपा रही है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में न्यूनतम तापमान लगातार गिरता जा रहा है। हरियाणा के हिसार को इस सीजन का सबसे ठंडा स्थान बताया गया है। राजस्थान के पांच प्रमुख शहरों में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया है।
डल झील जमने से कश्मीर में ठंड का प्रकोप चरम पर
श्रीनगर में ठंड अपने चरम पर है। बुधवार रात इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही, जहां न्यूनतम तापमान -6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है। डल झील सहित कई जल निकायों का पानी जम गया है, जिससे स्थानीय लोगों को पेयजल आपूर्ति में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली में तापमान में गिरावट, कोहरे का प्रकोप जारी
दिल्ली में पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है। राजधानी में अगले कुछ दिनों तक घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।
हिमाचल में बर्फबारी की संभावना, ऑरेंज अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने 23 दिसंबर को लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया है। निचले क्षेत्रों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। मंडी, ऊना और बिलासपुर जैसे जिलों में ठंड और शीतलहर से सतर्क रहने की अपील की गई है।
तमिलनाडु और केरल में बारिश के आसारदक्षिण भारत में भी मौसम करवट ले रहा है। तमिलनाडु और केरल में बारिश होने की संभावना है। यहां के लोग ठंड की बजाए बारिश से प्रभावित हो सकते हैं।
देश भर में ठंड और मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। खासकर उत्तर भारत में ठंड अपने चरम पर है, जबकि दक्षिण में बारिश की संभावना ने चिंता बढ़ा दी है।