संवाददाता, धनबाद। धनबाद की प्रसिद्ध तोपचांची झील, जिसे शांति और सुकून का प्रतीक माना जाता है, एक बार फिर से झारखंड सरकार की योजना के केंद्र में है। “यह वह जगह है जहां समय ठहर जाता है!”—इस तरह इसे याद किया जाता है। सौ वर्ष पूरे होने के बाद, इस झील के सौंदर्यीकरण के लिए 76 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। झील की शांति, हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य न केवल धनबाद, बल्कि पूरे झारखंड और देश के अन्य हिस्सों से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
शनिवार को झारखंड के नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने झील का निरीक्षण किया और बताया कि नई डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
76 करोड़ की योजना में क्या-क्या होगा नया?
नई योजना के तहत तोपचांची झील को अत्याधुनिक पर्यटन स्थल में तब्दील किया जाएगा। प्रस्तावित परियोजना में निम्नलिखित शामिल हैं:
- रिजॉर्ट और अतिथि गृह
- आधुनिक सुविधाओं से युक्त होटल
- स्ट्रीट लाइट और वॉटर स्पोर्ट्स
- नौका विहार और स्पीड मोटरबोट
- विभिन्न प्रकार के एडवेंचर एक्टिविटी
यह झील सालभर पर्यटकों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और हरियाली से ढकी पहाड़ियों के लिए आकर्षित करती है।
तोपचांची झील: प्रकृति का अद्भुत तोहफा
तोपचांची झील के चारों ओर हरियाली और हरे-भरे जंगल इसे स्वर्ग जैसा अनुभव देते हैं। झील पर सूरज की किरणों का प्रतिबिंब एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है। यहां आने वाले पर्यटक शहरी भागदौड़ से दूर शांति और मानसिक सुकून का अनुभव करते हैं।
तोपचांची अभ्यारण्य: वन्यजीव प्रेमियों के लिए खास
झील के पास स्थित तोपचांची अभ्यारण्य वन्यजीव प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां विभिन्न प्रकार के पक्षी और वन्यजीव पाए जाते हैं। पर्यटक जंगलों में टहलते हुए पक्षियों की चहचहाहट और वन्यजीवों की झलक का आनंद ले सकते हैं।
मानसून में झील की सुंदरता चरम पर
झील का आकर्षण मानसून में अपने चरम पर होता है। बरसात के मौसम में यहां की हरियाली और झील के पानी का संयोजन पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। झील के शांत वातावरण और मध्यम तापमान के कारण यह स्थान पूरे साल पर्यटकों के लिए अनुकूल बना रहता है।
पर्यटकों की पसंदीदा जगह
झारखंड के अलावा, आस-पास के राज्यों के लोग भी इस झील की सुंदरता का आनंद लेने आते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक, नाव की सवारी, और प्रकृति की गोद में सुकून के पल बिताने के लिए यह जगह हमेशा भीड़ से भरी रहती है।
सरकार की ईमानदारी पर निर्भर है सफलता
नगर विकास मंत्री ने विश्वास जताया कि यह परियोजना झारखंड के पर्यटन मानचित्र में तोपचांची झील को एक बार फिर से चमकाएगी। हालांकि, यह तभी संभव होगा जब आवंटित फंड का सही तरीके से और ईमानदारी से उपयोग किया जाए।
तोपचांची झील का कायाकल्प न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि यह झारखंड की प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।