भारत सरकार ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र और असम समेत देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की जा रही है। अवैध घुसपैठ को लेकर पुलिस ने बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की हैं और इन्हें वापस उनके देश भेजा जा रहा है।
महाराष्ट्र में पुलिस का बड़ा अभियान
महाराष्ट्र में पुलिस ने नवी मुंबई, धुले और भिवंडी में छापेमारी कर अब तक 11 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। सभी पर आरोप है कि वे अवैध रूप से भारत में रह रहे थे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर राज्य में अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने कई अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
असम में 6 घुसपैठिए गिरफ्तार, सीमा पार भेजे गए
असम में भी अवैध घुसपैठ के मामले सामने आए हैं। पुलिस ने बांग्लादेश के छह नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें सीमा पार भेज दिया। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया है कि राज्य में अवैध घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अगस्त से अब तक असम में 170 से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठ करते हुए पकड़े गए हैं।
दिल्ली में 175 से अधिक की पहचान
दिल्ली में पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों की पहचान के लिए सघन अभियान चलाया है। अब तक 175 से अधिक ऐसे लोगों की पहचान की जा चुकी है, जो बिना वैध दस्तावेजों के दिल्ली में रह रहे थे। जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अवैध घुसपैठ पर सरकार का रुख सख्त
बांग्लादेश के कुछ नेताओं द्वारा भारतीयों के खिलाफ दिए गए विवादास्पद बयानों के बाद भारत ने इस मुद्दे पर गंभीर रुख अपनाया है। असम के श्रीभूमि, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिलों की सीमाएं बांग्लादेश से लगती हैं। इन इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है ताकि घुसपैठ की घटनाओं को रोका जा सके।