बिहार में भूमि सर्वेक्षण कार्य के लिए नियुक्त विशेष सर्वेक्षण अमीनों और अन्य कर्मियों द्वारा लगातार नौकरी छोड़ने के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य सरकार ने भूमि सर्वेक्षण कार्य को गति देने के लिए दस हजार से अधिक कर्मियों की नियुक्ति की थी। लेकिन, कार्य में शिथिलता और कर्मियों के इस्तीफे के चलते सर्वेक्षण कार्य बाधित हो रहा है।
स्वास्थ्य का हवाला देकर नौकरी छोड़ रहे कर्मी
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, कई सर्वेक्षण अमीन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर ड्यूटी से अनुपस्थित रह रहे हैं। बेगूसराय में कार्यरत विशेष सर्वेक्षण अमीन आरती कुमारी और सुश्री प्रिया ने स्वास्थ्य ठीक न होने का कारण बताते हुए अपनी अनुपस्थिति दर्ज कराई। इन दोनों कर्मियों के संतोषजनक उत्तर न मिलने के बाद विभाग ने उनका नियोजन समाप्त कर दिया।
दबाव और असंतोष के कारण बढ़ रहा त्यागपत्र का चलन
अधिकारियों के अनुसार, मौके पर सर्वेक्षण कार्य करने वाले अमीनों को भारी दबाव का सामना करना पड़ता है। खगड़िया के बंदोबस्त पदाधिकारी ने रिपोर्ट किया कि विशेष सर्वेक्षण अमीन अधीश्वर चंचल ने व्हाट्सएप ग्रुप में अभद्र टिप्पणी करते हुए कार्य में लापरवाही बरती। इस आधार पर उनकी संविदा समाप्त कर दी गई।
कार्य में शिथिलता और समाधान की आवश्यकता
विशेषज्ञों का मानना है कि भूमि सर्वेक्षण जैसे बड़े और महत्वपूर्ण कार्य में कर्मियों की संतुष्टि और सुविधा पर ध्यान देना आवश्यक है। स्वास्थ्य और कामकाज के दबाव से परेशान कर्मियों के लिए उचित समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि यह परियोजना समय पर पूरी हो सके।