प्रयागराज। आज से महाकुंभ का भव्य शुभारंभ हो गया है। पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर संगम तट पर लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। महाकुंभ मेला 26 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें करीब 6 प्रमुख स्नान पर्व आयोजित किए जाएंगे।
आज पौष पूर्णिमा का अमृत स्नान
वैदिक पंचांग के अनुसार, आज सुबह 5:27 से 6:21 बजे तक का समय स्नान के लिए अत्यंत शुभ माना गया। संगम के पवित्र जल में स्नान कर श्रद्धालु मोक्ष की कामना कर रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि पूर्णिमा तिथि पर दान और स्नान का विशेष महत्व होता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी शुभकामनाएं
महाकुंभ के पहले स्नान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और इस ऐतिहासिक आयोजन को शांति और सौहार्द के साथ मनाने की अपील की।
प्रमुख स्नान पर्वों का विवरण
महाकुंभ में इस बार कुल 6 स्नान पर्व आयोजित किए जाएंगे, जिनमें से 3 को “अमृत स्नान” का दर्जा प्राप्त है:
👉 मकर संक्रांति (14 जनवरी 2025)
👉 मौनी अमावस्या (29 जनवरी 2025)
👉 बसंत पंचमी (2 फरवरी 2025)
अन्य स्नान पर्वों में माघ पूर्णिमा (12 फरवरी 2025) और महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025) शामिल हैं। महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का समापन होगा।
श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था
आज संगम तट पर लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें पुलिस और प्रशासन पूरी मुस्तैदी से तैनात है।
सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन
महाकुंभ सनातन धर्म का सबसे पवित्र और भव्य आयोजन है, जो हर 12 साल में आयोजित होता है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान कर पुण्य कमाते हैं और अपने जीवन को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाते हैं।
श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति से प्रयागराज का संगम तट इस समय आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है।