धनबाद : श्रम विभाग के जर्जर क्वार्टर और कार्यालय ने बढ़ाई कर्मियों की मुश्किलें, 1.5 करोड़ की राशि आवंटित लेकिन काम अब तक अधर में

KK Sagar
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धनबाद में श्रम विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के लिए आवंटित क्वार्टर और विभागीय कार्यालय की हालत बेहद जर्जर हो चुकी है। विभाग की चाहरदीवारी और कार्यालय परिसर की स्थिति इतनी खराब है कि वहां काम करने वाले कर्मी और पदाधिकारी परेशान हैं। हालांकि, इस जीर्णोद्धार के लिए पिछले वर्ष मार्च में ही 1.5 करोड़ रुपये भवन निर्माण विभाग के खाते में ट्रांसफर किए गए थे, लेकिन टेंडर प्रक्रिया में देरी के कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

क्वार्टर की हालत: खतरा और डर का माहौल

श्रम विभाग के कर्मियों के क्वार्टर इतने जर्जर हो गए हैं कि वहां रहने वाले कर्मचारी और उनके परिजन हर समय दुर्घटनाओं के डर में जीते हैं। सिलिंग और छतों के रेलिंग के बड़े टुकड़े अक्सर टूटकर गिर जाते हैं, जिससे जान-माल का खतरा बना रहता है। लोग डरते हैं कि कोई बड़ा हादसा न हो जाए।

कार्यालय परिसर में अतिक्रमण और असुविधा

श्रम विभाग के कार्यालय के बाहर और आसपास दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है, जिससे मुख्य प्रवेश द्वार तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। मजबूरन विभाग को एक गेट पूरी तरह बंद करना पड़ा। अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या आम हो गई है।

यहां तक कि होमगार्ड की तैनाती नहीं होने के कारण यह कार्यालय बस यात्रियों के लिए लघुशंका गृह बन गया है। शाम होते ही शराबी वहां जमावड़ा लगाने लगते हैं, जिससे कर्मियों और उनके परिजनों, खासकर महिलाओं को काफी दिक्कत होती है। कई बार महिलाओं के साथ बदतमीजी की घटनाएं भी हो चुकी हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है।

अधिकारियों का पक्ष

जब सहायक श्रमायुक्त प्रवीण कुमार से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि जर्जर आवास और कार्यालय की वजह से कर्मियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रिनोवेशन के लिए भवन निर्माण विभाग के खाते में 1.5 करोड़ रुपये आवंटित हैं, लेकिन अभी तक टेंडर जारी नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा, “अगर यह कार्य समय पर शुरू हो जाए तो पेवर ब्लॉक, पीसीसी पथ और रंग-रोगन जैसे सुधार कार्य जल्द पूरे हो सकते हैं। बिजली के खंभे और स्ट्रीट लाइट भी खराब पड़े हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए बिजली विभाग को सूचित किया गया है।”

भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार ने कहा कि “रिनोवेशन का कार्य शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। बहुत जल्द इसे संपन्न कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”

स्थिति की गंभीरता और कर्मियों की मांग

कर्मियों और पदाधिकारियों ने जल्द से जल्द सुधार कार्य शुरू करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि कार्य में देरी हुई तो किसी बड़े हादसे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। अब देखना होगा कि कब तक इस समस्या का समाधान हो पाता है।

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