संवाददाता, धनबाद: झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर बुधवार को धनबाद के छह केंद्रों सहित झारखंड के सभी जिलों में तृतीय जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
धनबाद जिले में कार्यक्रम के तहत विभिन्न अनुमंडलों में शिविर आयोजित किए गए। इनमें बाघमारा अनुमंडल के लिए कतरास स्थित राजस्थानी धर्मशाला, सिंदरी अनुमंडल के लिए जोरापोखर स्थित टाटा कम्युनिटी सेंटर, डीएसपी विधि व्यवस्था अंतर्गत लूबी सर्कुलर रोड स्थित कला भवन, निरसा अनुमंडल के लिए निरसा पॉलिटेक्निक कॉलेज, डीएसपी हेडक्वार्टर-1 के लिए हरदेव धर्मशाला गोविंदपुर, तथा डीएसपी हेडक्वार्टर-2 अंतर्गत टुंडी स्थित मॉडल स्कूल लथुरिया में शिविर लगाए गए।
इन शिविरों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अपनी शिकायतों को समाधान के लिए अधिकारियों को सौंपा।
कला भवन में आयोजित शिविर का उद्घाटन एसएसपी हृदीप पी. जनार्दनन ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान सिटी एसपी अजीत कुमार, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, डीएसपी शंकर कामती, डीएसपी सुमित कुमार, धनबाद थाना प्रभारी समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
एसएसपी हृदीप पी. जनार्दनन ने कहा कि डीजीपी के निर्देश पर जनता और पुलिस के बीच संवाद स्थापित करने और समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस दौरान पुलिस आम नागरिकों की समस्याओं को सुनकर समाधान का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि जिन शिकायतों का समाधान तत्काल संभव नहीं होगा, उन्हें एक समय सीमा के भीतर निपटाने की प्रक्रिया तय की जाएगी। शिकायतकर्ता को इसकी जानकारी दी जाएगी। साथ ही संबंधित विभागों की शिकायतों पर निगरानी रखने और उनके समाधान की प्रक्रिया तेज करने का प्रयास किया जाएगा।
सिटी एसपी अजीत कुमार ने कहा कि जन शिकायत समाधान शिविर के लिए जिला स्तरीय विशेष सेल का गठन किया गया है। इस सेल के माध्यम से शिकायतों का निपटारा चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिविर में नागरिकों की समस्याओं को समझते हुए व्यवस्था में सुधार के लिए नीतिगत कदम उठाए जा रहे हैं।
आमजन अपनी शिकायत व्हाट्सएप नंबर 9470589467 और ईमेल आईडी jansikayat-dhanbad@jhpolice.gov.in पर भी दर्ज करा सकते हैं।
शिविर में शिकायतों के त्वरित निपटान के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) और पारा लीगल वॉलेंटियर भी उपस्थित रहे।