चेन्नई, 28 जनवरी: ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (AIRF) की दो दिवसीय वर्किंग कमिटी बैठक 27 और 28 जनवरी को चेन्नई में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में भारतीय रेलवे के सभी जोन्स और मेट्रो रेलवे के प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए। बैठक में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (ECRKU) के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। धनबाद मंडल से ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री एवं एआईआरएफ के वर्किंग कमिटी सदस्य मो. ज़्याऊद्दीन तथा एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ.पी. शर्मा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
बैठक में किन विषयों पर हुई चर्चा?
बैठक में दिसंबर 2024 में हुए गुप्त मतदान के परिणामों की समीक्षा की गई। फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एन. कन्हैया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक का संचालन महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने किया। बैठक में विभिन्न जोन के प्रतिनिधियों ने मतदान प्रक्रिया, रेलकर्मियों के अधिकारों और उनके हितों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे।

मतदान में रेलकर्मियों की एकता तोड़ने के प्रयासों पर नाराजगी
शिव गोपाल मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि इस बार के मतदान में रेलकर्मियों की एकता को तोड़ने के लिए बड़े पैमाने पर कुचक्र रचे गए। कई स्थानों पर रेलकर्मियों को झूठे वादों और भ्रमित करने वाले तथ्यों के आधार पर गुमराह किया गया, जिससे AIRF की जोनल यूनियनों को बदनाम कर मतों का विभाजन करवाने की कोशिशें हुईं। इसके परिणामस्वरूप ईसीआरकेयू को आवश्यक मत प्रतिशत नहीं मिल सके।
उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि रेलकर्मियों की वास्तविक समस्याओं को उठाने वाले और उनके हितों के लिए संघर्ष करने वाले अनुभवी यूनियनों को दरकिनार कर दिया गया और अनुभवहीन यूनियनों को प्राथमिकता दी गई। इसका परिणाम आने वाले समय में रेलकर्मियों के लिए कठिनाइयों के रूप में सामने आ सकता है।
AIRF ने दिया संघर्ष जारी रखने का संदेश
शिव गोपाल मिश्रा ने ईसीआरकेयू के सभी कैडर को संदेश दिया कि वे पहले से भी अधिक जोश और समर्पण के साथ रेलकर्मियों की समस्याओं को उठाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि AIRF हमेशा उनके समर्थन में खड़ा रहेगा और हर संभव सहयोग के लिए तत्पर रहेगा।
ईसीआरकेयू प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी
ईसीआरकेयू के मीडिया प्रभारी एन.के. खवास ने जानकारी दी कि बैठक में मो. ज़्याऊद्दीन (धनबाद मंडल), मिथिलेश कुमार (डीडीयू मंडल), मनीष कुमार (मुख्यालय, हाजीपुर) और श्रीमती मृदुला कुमारी (महिला शाखा, पटना) ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इसके अलावा एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ.पी. शर्मा भी बैठक में शामिल हुए।
चेन्नई में संपन्न हुई इस बैठक में भारतीय रेलवे के कर्मचारियों के हितों की रक्षा, उनके अधिकारों को बनाए रखने और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की गई। एआईआरएफ ने साफ कर दिया कि वह रेलकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में और अधिक मजबूती से संघर्ष जारी रखेगा।