डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: महाकुंभ मेले में यातायात, सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में शासन ने सख्त कदम उठाए हैं। शुक्रवार को इस संदर्भ में महत्वपूर्ण रणनीति तैयार की गई, ताकि पूर्व की गलतियों को दोहराने से बचा जा सके।
संयुक्त समन्वय अभ्यास में वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी
शासन के निर्देश पर मेला क्षेत्र में तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन आशीष गोयल की अध्यक्षता में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इसमें जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों तथा पुलिस अधिकारियों के साथ एक संयुक्त समन्वय अभ्यास किया गया। इस दौरान बीते स्नान पर्वों में सामने आई समस्याओं पर चर्चा कर उनका समाधान निकालने पर जोर दिया गया।
ट्रैफिक मूवमेंट और बैरिकेडिंग पर विशेष ध्यान
अधिकारियों ने ट्रैफिक मूवमेंट, बैरिकेडिंग और भीड़ प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों का गहराई से विश्लेषण किया। निर्देश दिए गए कि सभी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी अपने-अपने सेक्टरों में यातायात योजना को लेकर समन्वय स्थापित करें और उसे प्रभावी रूप से लागू करें। इस प्लान पर संयुक्त हस्ताक्षर कर उच्चाधिकारियों को सौंपने के भी निर्देश दिए गए, ताकि आगामी स्नान पर्वों पर किसी भी तरह की भ्रम की स्थिति न रहे।
एक फरवरी से ही सुरक्षा और यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद होगी
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वसंत पंचमी का स्नान दो फरवरी से प्रारंभ होगा, लेकिन एक फरवरी से ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को पूरी तरह सक्रिय कर दिया जाएगा। जिन मार्गों पर अधिक भीड़ की संभावना है, वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करने के निर्देश दिए गए हैं।
श्रद्धालुओं से सद्व्यवहार के निर्देश, गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई
शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को श्रद्धालुओं के प्रति विनम्र व्यवहार बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, यदि कोई व्यक्ति व्यवस्था बिगाड़ते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को अपने क्षेत्र में साइनेज की संख्या का आकलन करने और जरूरत पड़ने पर उन्हें सुव्यवस्थित तरीके से लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सभी घाटों पर स्नान को प्रोत्साहित करने की योजना
अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं को सभी घाटों पर स्नान करने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि किसी एक घाट पर अत्यधिक भीड़ न हो और सुरक्षा व्यवस्था सुचारू बनी रहे। इस अभ्यास से पहले मेले में सैनिटेशन व्यवस्था और सार्वजनिक टॉयलेट्स की सफाई को लेकर भी एक बैठक की गई थी।
तीन करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना
वसंत पंचमी के अवसर पर अनुमानित तीन करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसे ध्यान में रखते हुए सभी स्थानों पर सफाई व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस महत्वपूर्ण अभ्यास में एडीजी जोन भानु भास्कर, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, आईजी रेंज प्रेम गौतम, राहत आयुक्त भानु गोस्वामी, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद और एमडी यूपीएसआरटीसी मासूम अली सर्वर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।