डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: रांची के कांके ब्लॉक स्थित पिठौरिया थाना क्षेत्र के निवासी और समाजसेवी रणविजय सहदेव के अपहरण की सनसनीखेज घटना शुक्रवार को सामने आई। बलियापुर अंचल अधिकारी के रिश्तेदार रणविजय को अज्ञात अपराधियों ने अगवा कर लिया था, लेकिन उनकी हिम्मत और सूझबूझ के चलते वह अपनी जान बचाने में सफल रहे।
बदमाशों ने किया नशीली चीज का इस्तेमाल
मिली जानकारी के अनुसार, अपराधियों ने पहले रणविजय को नशीली चीज खिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद उन्हें जबरन एक वाहन में डालकर पहाड़ी इलाके की ओर ले गए। होश आने पर रणविजय ने खुद को रस्सियों से बंधा पाया।
रस्सियों में बंधे हाथों के बावजूद बच निकलने में हुए सफल
बदमाश जब उन्हें सूनसान इलाके में ले जा रहे थे, तभी रणविजय ने सूझबूझ से काम लिया। किसी तरह मौका पाकर वह रस्सियों में बंधे हाथों के बावजूद वहां से भाग निकले और सीधे धनबाद जीआरपी थाना पहुंचे। पुलिस को पूरी घटना बताने के बाद उन्हें इलाज के लिए SNMMCH अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस कर रही जांच, जल्द होगी अपराधियों की गिरफ्तारी
मीडिया से बातचीत में बलियापुर अंचलाधिकारी ने बताया कि रणविजय को भारी मात्रा में नशीली दवा दी गई थी, जिससे वह अभी पूरी तरह होश में नहीं आए हैं। फिलहाल उनका इलाज जारी है और पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
अपहरण के पीछे कोई बड़ी साजिश?
इस घटना ने इलाके में दहशत फैला दी है। कई सवाल अब भी अनसुलझे हैं—रणविजय सहदेव को क्यों निशाना बनाया गया? क्या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है? पुलिस जांच के बाद ही इस पर से पर्दा उठ पाएगा।