गुवाहाटी में आयोजित एडवांटेज असम 2.0 निवेश एवं अवसंरचना शिखर सम्मेलन में मंगलवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भाग लिया। इस दौरान उन्होंने रेलवे और आईटी उद्योग से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की, जो असम और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को गति देंगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत विकास का ‘नया इंजन’ बन रहा है।
रेलवे से जुड़ी प्रमुख घोषणाएँ:
- बसबारी (बोडोलैंड) में नई रेलवे रोलिंग स्टॉक विनिर्माण इकाई स्थापित होगी।
- लुमडिंग में लोकोमोटिव के मध्य जीवन पुनर्निर्माण की सुविधा विकसित की जाएगी।
- गुवाहाटी रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन में बदला जाएगा, जिसमें 12 मंजिला आईटी पार्क होगा।
- अगले 10 महीनों में असम को 2 अमृत भारत ट्रेनें मिलेंगी।
- गुवाहाटी से सिलचर और गुवाहाटी से अगरतला के लिए दो नई इंटरसिटी ट्रेनें शुरू की जाएंगी।
- चिकन नेक क्षेत्र में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर चार गुना बढ़ाया जाएगा।
- भूटान के साथ रेलवे कनेक्टिविटी के लिए कोकराझार-गेलेफू परियोजना को मंजूरी।
- 6 नए गति शक्ति टर्मिनलों को स्वीकृति दी गई।असम में एक और सेमीकंडक्टर हब स्थापित होगा।
- कामरूप जिले में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण हब बनेगा।
बजट और परियोजनाएँ:
- 2009-14 के दौरान रेलवे का वार्षिक बजट 2,122 करोड़ था, जो 2025-26 में 10,440 करोड़ होगा, यानी 5 गुना वृद्धि।
- 2014 से अब तक 1,824 किलोमीटर नई रेलवे पटरियों का निर्माण किया गया, जो श्रीलंका के पूरे रेलवे नेटवर्क से अधिक है।
- 2014 से 1,604 किलोमीटर रेलवे विद्युतीकरण किया गया।वर्तमान में 18 रेलवे परियोजनाएँ (1,368 किमी, लागत 74,972 करोड़ रुपये) जारी हैं।
- भविष्य के लिए 18 नई परियोजनाओं (2,200 किमी) का डीपीआर तैयार किया जा रहा है, जिसमें 1,10,000 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है।
- 60 अमृत स्टेशनों का पुनर्विकास (2,039 करोड़ की लागत से)।
- 115 रेलवे फ्लाईओवर/अंडरब्रिज (2,765 करोड़ की लागत से) बनाए जा रहे हैं।
- मोइनारबंद और सिन्नामारा में 2 गति शक्ति कार्गो टर्मिनल शुरू किए गए, जबकि असम में 6 और टर्मिनल विकसित किए जा रहे हैं।
- बोडोलैंड क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये की लागत से एक वैगन वर्कशॉप स्थापित होगी।
ट्रेन सेवाओं का विस्तार:
- गुवाहाटी-अगरतला के बीच एक नई वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी।
- गुवाहाटी-दिल्ली और गुवाहाटी-चेन्नई के बीच अमृत भारत ट्रेनें चलेंगी।
- 2014 के बाद से असम में 43 लिफ्ट और 37 एस्केलेटर लगाए गए।
- असम के 245 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा उपलब्ध कराई गई।
भूटान कनेक्टिविटी:
- कोकराझार (असम) से गेलेफू (भूटान) तक 69 किमी लंबी नई रेलवे लाइन बनाई जाएगी।
- 7 नए रेलवे स्टेशन (असम में 6, भूटान में 1) विकसित होंगे।
- रेलवे पुल, वायाडक्ट और अंडरपास बनाए जाएंगे।
सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण:
- असम में एक और सेमीकंडक्टर हब बनेगा।
- कामरूप जिले में 100 एकड़ में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी) विकसित किया जा रहा है।
- भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश से 5 बड़ी परियोजनाएँ मंजूर।
- 2024 तक ‘इंडिया चिप’ का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य।85,000 इंजीनियरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- मोबाइल फोन विनिर्माण 2014 में 19,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 4.2 लाख करोड़ रुपये हो गया।
- 98% से अधिक मोबाइल फोन अब भारत में ही बनाए जा रहे हैं।
- मोरीगांव में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की ओएसएटी सुविधा 27,120 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित होगी।
कौशल विकास और अनुसंधान:
- असम के युवाओं को ताइवान में PSMC के फैब में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- IIIT गुवाहाटी और NIT सिलचर में सेमीकंडक्टर डिजाइन प्रशिक्षण शुरू किया गया।
- IIT गुवाहाटी में PARAM कामरूपा सुपरकंप्यूटर स्थापित किया गया।