मिरर मीडिया : कोरोना का नया वेरिएंट B.1.1.529 ओमीक्रॉन की अब भारत में एंट्री हो चुकी है। आपको बता दें कि कर्नाटक में 66 और 46 वर्षीय दो शख्स ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। इस बाबत स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दोनों ही मामले कर्नाटक से हैं। फिलहाल दोनों ही मरीजों को क्वारंटाइन में रखा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए दोनों लोग साउथ अफ्रीकन हैं। बिजनेस के सिलसिले में बेंगलुरु आये थे। सूत्रों के मुताबिक ये वही दो मामले हैं जिनमें से एक 11 नवम्बर को और दूसरा 20 नवम्बर को बेंगलुरू पहुंचा था। इस दौरान कुल 95 लोग दक्षिण अफ्रीका आये थे इनमें से 2 लोग कोविड पॉजिटिव आये थे।
गौरतलब है कि कोरोना का सबसे खतरनाक वेरिएंट अब तक 29 देशों में फैल चुका है। पूरे विश्व में अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के 373 मामले दर्ज किए गए हैं। लव अग्रवाल ने बताया कि ओमिक्रॉन से जुड़े सभी मामलों में अब तक हल्के लक्षण पाए गए हैं। देश और दुनियाभर में ऐसे सभी मामलों में अब तक कोई गंभीर लक्षण नहीं देखा गया है।
ओमिक्रॉन कोरोना वायरस के स्वरूप के मामले में बेहद अलग है क्योंकि यह अब तक सार्स-सीओवी-2 का सबसे ज्यादा बदला हुआ स्वरूप है। इसकी आनुवंशिक संरचना में कुल 53 उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) हैं और अकेले तो स्पाइक प्रोटीन पर 32 म्यूटेशन हैं. स्पाइक प्रोटीन- सार्स सीओवी-2 वायरस के बाहर निकली हुई गांठ हैं, जो वायरस को कोशिकाओं से चिपकने में मदद करती है ताकि यह उसमें प्रवेश कर सके। अगर वायरस के स्वरूप से तुलना करें तो डेल्टा स्वरूप में नौ म्यूटेशन थे।

