तेलंगाना सुरंग हादसा: 13 दिन बाद भी कोई सफलता नहीं, अब कैडेवर डॉग्स की ली जा रही मदद

Anupam Kumar
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डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) परियोजना की सुरंग में 22 फरवरी से फंसे आठ लोगों का पता लगाने के लिए अब केरल पुलिस के विशेष प्रशिक्षित शव खोजी कुत्तों (कैडेवर डॉग्स) की मदद ली जा रही है। केरल सरकार के बयान के अनुसार, इन डॉग्स को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुरोध पर भेजा गया है। ये खोजी कुत्ते विशेष रूप से लापता लोगों और शवों को खोजने के लिए प्रशिक्षित किए गए हैं।

हैदराबाद पहुंची बचाव टीम, रोबोटिक्स तकनीक पर भी विचार


गुरुवार सुबह केरल पुलिस की यह विशेष टीम हैदराबाद के लिए रवाना हुई। इसके अलावा, बचाव अभियान में रोबोटिक्स तकनीक के इस्तेमाल पर भी विचार किया जा रहा है। एक रोबोटिक्स कंपनी की टीम आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग के अंदर गई है ताकि यह आकलन किया जा सके कि रोबोट से फंसे लोगों तक पहुंचने में कितनी मदद मिल सकती है।

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वैज्ञानिक भी कर रहे हैं अध्ययन


बचाव अभियान में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक भी शामिल हुए हैं। वे सुरंग के अंदर भूकंपीय गतिविधियों का अध्ययन कर रहे हैं ताकि राहत कार्य को सुरक्षित और प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाया जा सके। वहीं, सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के अंतिम हिस्सों को गैस कटर से काटकर ‘लोको ट्रेन’ के जरिए बाहर लाने की योजना बनाई गई है।

एनडीआरएफ, सेना और नौसेना का संयुक्त अभियान जारी


तेलंगाना सुरंग हादसे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, भारतीय सेना, नौसेना और अन्य विशेषज्ञ टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। बचाव दल हरसंभव तरीके से सुरंग के अंदर फंसे लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। अधिकारियों के अनुसार, बचाव अभियान को और तेज करने के लिए नई तकनीकों और विशेष उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है।

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