जिले के मरीजों के लिए राहत की खबर है। लंबे इंतजार के बाद सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की एक इकाई को अस्पताल प्रबंधन को सुपुर्द कर दिया गया। करीब 1 अरब 67 करोड़ की लागत से बने इस अस्पताल का उद्घाटन लोग लंबे समय से चाहते थे, लेकिन केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा हैंडओवर में देरी के कारण मामला अटका हुआ था। गुरुवार को CPWD ने विधिवत रूप से अस्पताल को हैंडओवर कर दिया।
न्यूरो सर्जरी और ऑन्कोलॉजी OPD की शुरुआत
फिलहाल न्यूरो सर्जरी और ऑन्कोलॉजी विभाग का OPD शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में पूरे भवन को अस्पताल प्रबंधन को सौंपा गया है, हालांकि बिजली, पानी और अग्निशमन जैसी जरूरी सुविधाओं का कार्य अभी जारी है। इसे अगले कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।
स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली जारी
अस्पताल संचालन के लिए डॉक्टर और कर्मचारियों की बहाली का काम भी तेजी से चल रहा है। DMFT फंड के तहत जिला प्रशासन स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती करेगा, साथ ही मेडिकल कॉलेज में काम कर रही आउटसोर्सिंग एजेंसी से भी कुछ कर्मचारियों को अस्थायी रूप से नियुक्त किया जाएगा। बाद में मुख्यालय स्तर से स्थायी बहाली की जाएगी, जिससे 94 सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर और 299 अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति होगी।
इस अस्पताल के शुरू होने से जिले के मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी और उन्हें इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।