जमशेदपुर में पुलिस मुठभेड़ में 2.5 लाख का इनामी बदमाश मारा गया
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) और झारखंड पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में कुख्यात अपराधी और मुख्तार अंसारी गिरोह के शूटर अनुज कनौजिया को एनकाउंटर में मार गिराया। यह मुठभेड़ झारखंड के जमशेदपुर के गोविंदपुर इलाके में हुई। अनुज पर ₹2.5 लाख का इनाम घोषित था और वह पिछले पांच वर्षों से फरार चल रहा था।
कैसे हुई मुठभेड़?
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अनुज कनौजिया जमशेदपुर में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने गोविंदपुर इलाके में उसे घेर लिया।
पुलिस को देखते ही अनुज ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। कुछ देर तक चली इस मुठभेड़ में अनुज को गंभीर गोली चोटें आईं और वह मौके पर ही ढेर हो गया।
इस ऑपरेशन में यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास
अनुज कनौजिया मुख्तार अंसारी गैंग का खूंखार शूटर था। उसके खिलाफ 23 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट, रंगदारी, और अपहरण जैसे संगीन अपराध शामिल थे।
अनुज मुख्तार अंसारी गैंग के लिए शूटरों की भर्ती करता था। वह हत्या की साजिश रचने और वसूली के मामलों में सक्रिय था। उसके खिलाफ मऊ, गाजीपुर, वाराणसी, और आजमगढ़ में कई मुकदमे दर्ज थे।
पुलिस की कार्रवाई और संपत्ति जब्त
अनुज के खिलाफ यूपी पुलिस ने पहले ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू कर दी थी।
आजमगढ़ में स्थित उसका मकान बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था। उसकी अवैध संपत्तियों को ज़ब्त किया गया था। उसके परिवार के कई सदस्यों पर भी पुलिस की निगरानी थी।
मुख्तार अंसारी गैंग पर लगातार कार्रवाई
उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ मुख्तार अंसारी गिरोह के सदस्यों पर लगातार शिकंजा कस रही है।
बीते कुछ वर्षों में मुख्तार अंसारी के करीबियों को निशाने पर लिया गया है। यूपी में माफिया राज को खत्म करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इस मुठभेड़ को यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है।