“हो जाइए तैयार ‘गुलाबी चाँद’ (पिंक मून) के जादुई दीदार के लिए! आज रात दिखेगा साल का सबसे छोटा पूर्णिमा चंद्रमा –

KK Sagar
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आज रात आसमान में एक विशेष खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसे देखना किसी अद्भुत अनुभव से कम नहीं होगा। इसे ‘पिंक मून’ यानी ‘गुलाबी चाँद’ कहा जाता है, लेकिन नाम से भ्रमित न हों—चाँद वास्तव में गुलाबी नहीं बल्कि सामान्य की तरह सुनहरा या चांदी जैसा ही दिखाई देगा।

इस बार की खास बात यह है कि यह इस साल का सबसे छोटा पूर्णिमा चंद्रमा होगा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में ‘माइक्रोमून‘ कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी से अपने कक्ष की सबसे दूर की स्थिति यानी एपोजी पर होता है। इस दौरान चंद्रमा थोड़ा छोटा और थोड़ा कम चमकीला लगता है, लेकिन इसकी खूबसूरती में कोई कमी नहीं आती।

पिंक मून क्यों कहा जाता है?

‘पिंक मून’ नाम का असली संबंध चंद्रमा के रंग से नहीं है। यह नाम मूल अमेरिकी संस्कृतियों से आया है, जिन्होंने अप्रैल में खिलने वाले पहले फूलों में से एक—पिंक फ्लॉक्स (मॉस पिंक)—के आधार पर इसे नाम दिया। यह चंद्रमा वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक भी माना जाता है।

इसके अलावा इसे ‘पास्कल मून‘ भी कहा जाता है क्योंकि यह ईस्टर संडे की तारीख तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस साल ईस्टर 20 अप्रैल को मनाया जाएगा।

कब और कैसे देखें यह खूबसूरत चाँद?

स्पेस डॉट कॉम के अनुसार, पिंक माइक्रोमून आज रात 8:22 बजे अपने पूर्ण रूप में दिखाई देगा। चांद का उदय सूर्यास्त के तुरंत बाद होगा, इसलिए शाम का समय इसे देखने के लिए सबसे आदर्श रहेगा। यह चंद्रमा अपने चरम पर लगभग एक दिन तक रहेगा, इसलिए अगर आप आज न देख सकें तो कल रात तक भी इसकी झलक मिल सकती है।

देखने के लिए बेस्ट लोकेशन:

  • ऐसे स्थान जहां प्रकाश प्रदूषण कम हो
  • खुले मैदान, पहाड़ी क्षेत्र, या समुद्र तट
  • शहरों में रहने वालों के लिए घर की छत या किसी ऊँची इमारत से पूर्वी आकाश की ओर देखना सबसे बेहतर रहेगा।

रात में आसमान का और भी दिलचस्प दृश्य

पिंक मून के साथ आप रात के आसमान में एक और अद्भुत खगोलीय नज़ारा देख सकते हैं—स्पाइका तारा, जो कन्या नक्षत्र (Virgo) का सबसे चमकीला तारा है। इसे देखने के लिए आप ‘बिग डिपर’ के हैंडल के चाप का अनुसरण कर सकते हैं।

इसके अलावा, मध्य और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में लोग एक और दुर्लभ घटना देख सकेंगे—चंद्रमा द्वारा स्पाइका तारे को ढक लेना, जिसे खगोलीय भाषा में ‘अधिव्यापन (Occultation)‘ कहा जाता है। यह घटना समय और स्थान के अनुसार बदल सकती है।

खगोलीय सौंदर्य से भरपूर यह रात न छोड़ें

आज की रात आसमान में सितारों और चाँद की संगत कुछ खास होने वाली है। यह प्राकृतिक शो बिना किसी उपकरण के नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है। अगर आपके पास दूरबीन या टेलीस्कोप है तो अनुभव और भी रोमांचक होगा।

तो तैयार हो जाइए इस आश्चर्यजनक खगोलीय नज़ारे को देखने के लिए, और इस पिंक मून को अपनी यादों में संजो लीजिए।

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