मिरर मीडिया संवाददाता, बोकारो: शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, यह बात दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो ने एक बार फिर साबित कर दी। विद्यालय परिसर में आयोजित दो दिवसीय एडवेंचर कैंप में कक्षा 4 से 8 तक के लगभग 300 विद्यार्थियों ने भाग लिया और जीवन में साहस, अनुशासन व आत्मविश्वास का महत्व सीखा। कैंप रविवार देर शाम तक चला, जहां बच्चों ने हिम्मत, संयम और टीम वर्क की अनूठी झलक पेश की।
कैंप में बच्चों ने रस्सियों पर चलना, पहाड़ियों व पेड़ों पर चढ़ना, तीरंदाजी, रस्साकशी, कमांडो नेट, रैपलिंग, ट्री क्लाइंबिंग, जिपलाइन और टारजन स्विंग जैसे अनेक साहसिक खेलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। क्रिस-क्रॉस, हूपला रेस, ऑस्ट्रिच एग गेम, इनविज़िबल मेज़ जैसे खेलों ने बच्चों के लिए इस अनुभव को यादगार बना दिया।

कैंप का उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने फीता काटकर व तीरंदाजी कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन की चुनौतियों का सामना करने की तैयारी भी स्कूल की जिम्मेदारी है। ऐसे एडवेंचर कैंप बच्चों को कठिन परिस्थितियों से जूझने, मानसिक मजबूती बढ़ाने और नेतृत्व कौशल विकसित करने में मदद करते हैं। डीपीएस बोकारो का यह प्रयास भविष्य में भी जारी रहेगा।”
कैंप में भाग लेने वाले छात्रों में जबरदस्त उत्साह और आत्मविश्वास देखा गया, वहीं प्रशिक्षकों ने भी बच्चों के साहस और टीम भावना की प्रशंसा की। इस आयोजन ने बच्चों के भीतर छिपी क्षमता को उजागर किया और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।