जमशेदपुर।रेल को अब किराया लेकर आप भी चला सकते हैं।जी हां इसके लिए रेलवे के कुछ नियम शर्तें को आपको पूरी करनी होगी। अभी हाल में ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत गौरव ट्रेन योजना शुरू की गई। उसी योजना के तहत आप भी ट्रेन को किराया में लेकर चला सकते है। हांलाकि इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में पर्यटन को बढावा देना है। दक्षिण पूर्व रेलवें में भी भारत गौरव ट्रेन सुविधा उपलब्ध वही दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी इस भारत गौरव ट्रेन लागू कर दिया है। इसी को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे की। कोलकोत्ता के गार्डन रीच मुख्यालय में बीते 3 दिसबंर को बैठक किया गया था । जिसमें निजी टूर ऑपरेटरों को “भारत गौरव” ट्रेनों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई।यही नहीं इस ट्रेन को कैसे ले सकते है। उसके बारे में जानकारी दी गई थी। इस दौरान निजी टूर ऑपरेटरों को बताया गया कि पर्यटन क्षेत्र के पेशेवरों के साथ-साथ अन्य इच्छुक सेवा एजेंसी भी आसान प्रक्रियाओं को अपनाते हुए इस ट्रेन की बुकिंग कर सकते हैं। साथ ही आवश्यकता के अनुसार रूट तय कर सकते हैं । भारत गौरव ट्रेन में सेवा फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी, थर्ड एसी, स्लीपर और पेंट्रीकार जैसे डिब्बों की बुकिंग करवा सकते हैं। इस ट्रेन में दो गार्ड ब्रेक सहित न्यूनतम 14 और अधिकतम 20 डिब्बों की बुकिंग कम से कम दो साल की अवधि के लिए कराई जा सकती है। इसके साथ ही सेवा प्रदाता को यह अधिकार होगा कि वे भारतीय रेल की कोच उत्पादन इकाइयों से सीधे नए डिब्बे खरीद सकते हैं।यही नही इस पर कार्य करने वाली एजेंसी रेलवे से डब्बे लेकर अपने हिसाब से सजा सकते हैं। क्या कहते है मुख्य जनसर्पक अधिकारी दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि भारत गौरव ट्रेन में प्रथम वातानुकूलित, द्वितीय वातानुकूलित, तृतीय वातानुकूलित, वातानुकूलित कुर्सी यान, और पैंट्री कार जैसे डिब्बों की बुकिंग करवा सकते हैं।
इस ट्रेन में दो गार्ड ब्रेक सहित न्यूनतम 14 अधिकतम 20 डिब्बों की बुकिंग कम से कम 2 साल की अवधि के लिए कराई जा सकती है। इसके साथ ही सेवा प्रदाता को ये अधिकार होगा कि वो भारतीय रेल की उत्पादन इकाइयों से सीधे डिब्बे खरीद सकते हैं। भारतीय रेल पहली बार भारत गौरव ट्रेन में सेवा प्रदाता को संरक्षा नियमों के तहत ट्रेनों के कोच के आंतरिक संरचना में आंशिक बदलाव और कोच के बाह्य सतह पर विज्ञापन का पूरा अधिकार दिया गया है। इसके साथ ही इस ट्रेन के सेवा प्रदाता को ट्रेन का किराया निर्धारण करने का भी पूर्ण अधिकार प्रदान किया गया है। भारतीय रेल द्वारा इस ट्रेन का परिचालन मेल एक्सप्रेस के बराबर तवज्जो देते हुए समय पालन के आधार पर किया जाएगा। उन्होने बताया कि इस ट्रेन में इंजन चालक और गार्ड रेलवे का होगा। बाकी सभी जो ट्रेन को किराया पर लेगें उनका होगा।यही नहीं रुट और स्टेशन में ठहराव में उन्हें ही तय करना होगा।