रामगढ़। जिले में आंगनबाड़ी सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में उपायुक्त चंदन कुमार ने बड़ी पहल करते हुए ऐलान किया है कि 15 नवंबर 2025 तक रामगढ़ के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन होगा। इस उद्देश्य को लेकर शुक्रवार को जिला समाहरणालय स्थित एनआईसी कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्वयं उपायुक्त ने की।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी इंदु प्रभा खलखो ने जानकारी दी कि वर्तमान में जिले के छह प्रखंडों में कुल 425 आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जिनका अपना भवन नहीं है। इसमें रामगढ़ प्रखंड के 29, दुमका के 46, गोला के 41, चितरपुर के 42, मांडू के 111 एवं पतरातू प्रखंड के 156 केंद्र शामिल हैं।
उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे 23 मई 2025 तक कम से कम आधे केंद्रों के लिए जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें, और मई अंत तक सभी 425 केंद्रों के लिए भूमि चिह्नित कर प्रतिवेदन दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि जुलाई 2025 से भवन निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा, ताकि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार 15 नवंबर तक सभी भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा सके और दिसंबर माह से संचालन शुरू हो सके।
अगर किसी कारणवश किसी क्षेत्र में जमीन उपलब्ध नहीं हो पाती है तो उपायुक्त ने स्थानीय लोगों को जमीन दान करने के लिए प्रेरित करने को कहा। जमीन दान करने वालों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल, शौचालय, विद्युत जैसी मूलभूत सुविधाओं की भी समीक्षा की गई और उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, भवन प्रमंडल और विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सभी बीडीओ, सीओ और बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थे।