कर्ण सिंह की गिरफ्तारी पर सरयू राय का पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद सदस्य और भाजपा नेता कर्ण सिंह की गिरफ्तारी ने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस मामले में जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।

घटना बुधवार रात की है, जब कर्ण सिंह घाटशिला के दाहीगोड़ा स्थित हनुमान मंदिर के पास एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट के ड्रेनेज सिस्टम की जांच के लिए पहुंचे थे। स्थानीय लोगों के साथ मिलकर उन्होंने बिल्डर द्वारा मंदिर के पास रेलवे भूमि पर बिना अनुमति गड्ढा खोदकर गंदा पानी सड़क पर बहाने का विरोध किया था। इसके बाद बिल्डर रौशन लाल गुप्ता ने कर्ण सिंह और भाजपा नेता हरप्रीत सिंह के खिलाफ रंगदारी, मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया। गुरुवार को मऊभंडार ओपी पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

सरयू राय का पुलिस पर हमला
विधायक सरयू राय ने इस कार्रवाई को विडंबनापूर्ण और अनुचित बताया। उन्होंने दावा किया कि गुरुवार सुबह शिकायतकर्ता रौशन लाल गुप्ता स्वयं उनके आवास पर आए और कहा कि कर्ण सिंह उनके परिचित हैं, और गलतफहमी के कारण मामला बढ़ गया था। गुप्ता ने एफआईआर वापस लेने की इच्छा जताई, लेकिन पुलिस ने समझौते की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ने दिया। राय ने इसे प्रभावशाली लोगों के दबाव का परिणाम बताया और कहा कि पुलिस ने बिना उचित जांच के कार्रवाई की, जो जनप्रतिनिधियों की आवाज दबाने की साजिश है।

जिला परिषद का प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिला
जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा और अन्य पार्षदों ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया। मुर्मू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की भूमिका संदिग्ध है और यह कार्रवाई लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास है।

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